जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय में डिप्लोमा परीक्षा पीजीडीवाईटी और पीजीडीसीए में सीटों से ज्यादा छात्रों को बैठाने के मामले ने शुक्रवार को कुलपति प्रो. रामसेवक दुबे ने कड़ी कार्रवाई की करते हुए परीक्षा नियंत्रक को पद से हटा दिया। परीक्षा नियंत्रक का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे वित्त नियंत्रक दुर्गेश राजोरिया ने निजी महाविद्वालयों द्वारा सीटों से अधिक परीक्षार्थी बिठाने पर गुरुवार को अपना पक्ष प्रस्तुत किया था।
कुलपति ने जवाब को पारदर्शी और संतोषजनक नहीं मानकर राजोरिया को तत्काल प्रभाव से परीक्षा नियंत्रक पद से हटा दिया। साथ ही, भ्रष्टाचार के मामले की उच्च स्तरीय जांच के लिए राजभवन सचिवालय और मुख्यमंत्री कार्यालय को पत्र लिखा।
विश्वविद्यालय प्रवक्ता शास्त्री कोसलेंद्रदास ने बताया कि राजोरिया के स्थान पर वेद विभाग के सहायक आचार्य डॉ. शंभु कुमार झा को परीक्षा नियंत्रक बनाया गया है।
मुख्य सचिव से की मुलाकात –
कुलपति प्रो. रामसेवक दुबे ने कार्रवाई के बाद मुख्य सचिव सुधांश पंत से सचिवालय में मुलाकात कर विश्वविद्यालय के बारे में जानकारी दी। उन्होंने पंत को परीक्षा के विषय में स्थिति स्पष्ट की। साथ ही, विश्वविद्यालय में खाली पड़े शैक्षणिक एवं अशैक्षणिक पदों की भर्ती के लिए वित्तीय स्वीकृति जारी करने पर भी कुलपति और मुख्य सचिव के बीच बात हुई।