जयपुर। राजधानी जयपुर में शुक्रवार सुबह एक बार फिर सनसनी फैल गई जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 25 करोड़ के बैंक फ्रॉड मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए जयपुर, बीकानेर, हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर में एक साथ दस ठिकानों पर छापेमारी की। इस मामले में श्रीगंगानगर का अमनदीप चौधरी मुख्य आरोपी है।
जानकारी के मुताबिक श्रीगंगानगर निवासी अमनदीप चौधरी और उनके साथियों ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से लोन लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा किया था। आरोप है कि उन्होंने वेयरहाउस में रखे माल को गिरवी रखकर बैंक से 25 करोड़ रुपए का लोन लिया और फिर वह माल बिना बैंक को जानकारी दिए बाजार में बेच दिया।
2020 में दर्ज हुआ था मामला,अब ईडी की एंट्री
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह मामला सबसे पहले अक्टूबर 2020 में जोधपुर एसीबी की ओर से दर्ज किया गया था। अब ईडी ने इस केस को मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से जांच में लिया है। अमनदीप चौधरी,उसकी पत्नी सुनीता चौधरी और एक अन्य आरोपी ओमप्रकाश समेत कई लोग इस घोटाले में शामिल बताए जा रहे हैं।
श्रीगंगानगर से जयपुर तक फैली छापेमारी की जड़
ईडी की टीमों ने जयपुर में तीन, बीकानेर में दो और हनुमानगढ़ व श्रीगंगानगर में पांच ठिकानों पर एक साथ रेड की। श्रीगंगानगर में अमनदीप चौधरी के आवास और धानमंडी स्थित कार्यालय पर भी छापेमारी की गई। जहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।
डिजिटल डिवाइस,बैंक रिकॉर्ड्स और संपत्ति दस्तावेज जब्त
इस कार्रवाई में ईडी ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और संपत्ति से जुड़े कागजात जब्त किए हैं। बैंक लेन-देन और फर्जी कंपनियों के रिकॉर्ड की भी गहन जांच की जा रही है। ईडी सूत्रों के अनुसार यह कार्रवाई अभी शुरुआती चरण में है। आने वाले दिनों में अन्य संबंधित व्यक्तियों पर भी शिकंजा कस सकता है। अगर पूछताछ में नए तथ्य सामने आते हैं तो कुछ और नाम भी इस घोटाले की चपेट में आ सकते हैं।