जयपुर। पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि इलेक्टोरल बांड आजादी के बाद का सबसे बड़ा घोटाला है, सिर्फ 5 वर्षों में भाजपा को केंद्र सरकार में रहते हुए 7700 करोड रुपए प्राप्त हुआ। इलेक्टोरल बॉन्ड से पैसा लेने, उसकी जानकारी नहीं देने का सारा कानून भाजपा सरकार द्वारा बनाया गया। इनमें ऐसी भी कंपनियां है जिनके ऊपर जांच एजेंसियों की रेड पड़ी और उन्होंने मोटी रकम चंदे के रूप में दी।
खाचरियावास ने कहा कि जब इलेक्टोरल बॉन्ड लागू किया गया था तब भी कांग्रेस पार्टी ने इस पर सवाल उठाए थे और इसको देश का सबसे बड़ा घोटाला बताया था। केंद्र की भाजपा सरकार ने इन 10 वर्षों में जनता से चुनाव के समय जो वादे किए थे उनमें से कोई वायदा पूरा नहीं किया, हर बार हर चुनाव में नया नारा लेकर भाजपा आती है पुराने चुनाव घोषणा पत्र और अपने वादों पर बात नहीं करना चाहती।
धर्म और रास्ता पूरा देश मानता है लेकिन बड़े घोटाले को धर्म और आस्था की आड़ में दबाकर महंगाई गरीबी बेरोजगारी भुखमरी से लोगों का ध्यान हटाना, देश की वास्तविक समस्याओं पर ना समाधान करना, ना बात करना और सामने वाले विपक्षी दल को हमेशा कोसते रहना यह भाजपा की फितरत बन गई है। केंद्र की भाजपा सरकार के नेता इधर-उधर की बात कर रहे हैं लेकिन पुराने वादों को पूरा करने को लेकर और इलेक्टोरल बॉन्ड के मामले में सुप्रीम कोर्ट के सवालों का जवाब नहीं देना चाहते।