जयपुर। शहर में आयोजित एनकोड और तुरपन इवेंट ने शहरवासियों के बीच विशेष चर्चा का विषय बना हुआ है। कोड विजीयू द्वारा आयोजित इस वार्षिक डिज़ाइन उत्सव ‘एनकोड’ में छात्रों ने अपने विभिन्न प्रोडक्ट्स का प्रदर्शन किया। इस इवेंट में लगभग 500 से अधिक प्रोडक्ट्स प्रदर्शित किए गए, जिन्हें छात्रों ने अपने असाइनमेंट्स के दौरान तैयार किया था। इनमें से कई प्रोडक्ट्स को बिक्री के लिए भी रखा गया था, जिससे छात्रों को अपने उत्पादों को बाजार में लाने और व्यावसायिक अनुभव प्राप्त करने का मौका मिला।
एनकोड: डिज़ाइन और इनोवेशन का संगम
एनकोड इवेंट का मुख्य उद्देश्य छात्रों की क्रिएटिविटी और इनोवेशन को प्रदर्शित करना था। छात्रों ने विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट्स, जिनमें फैशन, टेक्नोलॉजी, और आर्ट शामिल थे, का प्रदर्शन किया। इन प्रोडक्ट्स में अद्वितीय डिज़ाइन, टिकाऊ सामग्री का उपयोग, और नवीनतम तकनीकों का समावेश देखा गया। छात्रों ने बताया कि इस प्रक्रिया में उन्हें न केवल अपने कौशल को निखारने का मौका मिला, बल्कि उन्होंने टीम वर्क और परियोजना प्रबंधन जैसी महत्वपूर्ण क्षमताओं का भी विकास किया।
तुरपन: फैशन का महाकुंभ
इसके बाद ‘तुरपन’, जो कोड विजीयू का वार्षिक फैशन शो है, का भव्य मंचन हुआ। इस शो के निदेशक फैशन जगत के प्रसिद्ध अभिमन्यु सिंह तोमर थे। फैशन शो में प्रोफेशनल मॉडल्स ने छात्रों द्वारा डिजाइन किए गए परिधानों को पहनकर रैंप वॉक किया। फैशन शो की थीम और प्रस्तुति ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस शो में न केवल पारंपरिक भारतीय परिधान बल्कि आधुनिक पश्चिमी डिज़ाइनों का भी संगम देखने को मिला। मॉडल्स ने जब रैंप पर कदम रखा, तो उनकी आत्मविश्वास और छात्रों की मेहनत दोनों ही साफ नजर आ रही थी।
शहर के प्रतिष्ठित व्यक्तियों की उपस्थिति
इस इवेंट का आयोजन शहर के वर्ल्ड ट्रेड पार्क में हुआ। इसमें शहर के नामी उद्यमी, फैशन जगत की कई हस्तियाँ, कोड विजीयू का प्रबंधन और छात्र उपस्थित थे। सभी ने छात्रों के काम की सराहना की और उन्हें प्रोत्साहित किया। शहर के प्रतिष्ठित उद्यमियों ने छात्रों के इनोवेटिव प्रोडक्ट्स में रुचि दिखाई और भविष्य में संभावित निवेश और सहयोग के अवसरों पर चर्चा की।
प्रबंधन और छात्रों की प्रतिक्रियाएँ
विजीयू के सीईओ ओंकार बगड़िया ने बताया कि संस्थान में हैंड्स-ऑन एक्सपीरियंस पर अधिक ध्यान दिया जाता है और छात्रों को सीधे उद्योग से जुड़कर सीखने का अवसर प्रदान किया जाता है। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि हमारे छात्र न केवल अकादमिक रूप से बल्कि व्यावहारिक रूप से भी सक्षम हों।” वहीं, CODE की डायरेक्टर श्वेता चौधरी ने कहा कि संस्थान का उद्देश्य बच्चों को किताबी ज्ञान से बढ़कर प्रैक्टिकल नॉलेज देना है। उन्होंने बताया कि यह पूरा शो पूरी तरह से छात्र केंद्रित रहा। “छात्रों की मेहनत और उनके क्रिएटिव विजन को देखना एक गर्व का क्षण है,” उन्होंने कहा।
छात्रों के अनुभव और भविष्य की योजनाएं
इस इवेंट ने छात्रों को एक अनूठा मंच प्रदान किया जहां उन्होंने अपने कार्यों को वास्तविक दुनिया में प्रदर्शित किया और महत्वपूर्ण फीडबैक प्राप्त किया। एक छात्र ने कहा, “इस अनुभव ने हमें सिखाया कि कैसे अपने विचारों को प्रोडक्ट्स में बदलना है और उन्हें पेशेवर तरीके से प्रस्तुत करना है।” अन्य छात्रों ने भी इसी प्रकार की प्रतिक्रियाएं दीं और इस तरह के और अधिक आयोजनों की उम्मीद जताई।
इस इवेंट ने न केवल छात्रों को अपनी क्रिएटिविटी और हुनर दिखाने का मंच प्रदान किया, बल्कि शहरवासियों को भी नए और अनोखे डिज़ाइनों से रूबरू होने का मौका दिया। एनकोड और तुरपन इवेंट ने साबित कर दिया कि शहर में कला और फैशन के क्षेत्र में संभावनाएं असीमित हैं। इस आयोजन ने एक बार फिर से सिद्ध किया कि जब युवाओं को सही दिशा और प्रोत्साहन मिलता है, तो वे असाधारण उपलब्धियाँ हासिल कर सकते हैं।