जयपुर। जेडीए जयपुर में हुई ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड की बैठक में 9 रूटों पर ई-रिक्शा संचालन पर रोक लगाने के फैसले का विरोध शुरू हो गया है।
आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के प्रदेश उपाध्यक्ष विनीत सांखला ने ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड के इस फैसले पर हैरानी जताते हुए कहा कि – एक तरफ तो सरकार ई-मोटर व्हीकल को प्रोत्साहन देने की बात करती हैं वहीं दूसरी ओर परकोटे में फ्री ई-रिक्शा चलाने की बजाय फी बसों के संचालन की बात करती हैं?
परकोटे में स्थित बाजारों में जयपुर और आसपास के क्षेत्रों के लोग विशेषकर महिलाएं खरीददारी के लिए आती है उनका सामान खरीदकर बसों से जाना अधिक सुविधाजनक होगा कि बसों में जाना? पार्किग की समस्या से निपटने के लिए होना तो यह चाहिए था कि परकोटे में निजी वाहनों पर प्रतिबंध लगाया जाता।
इसी प्रकार लक्ष्मी मंदिर से रामबाग व गांधी सर्किल, जेएलएन मार्ग जहाँ यूनिवर्सिटी व विभिन्न कालेजों जाने आने के लिए बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स आते हैं उन्हें ई-रिक्शा सुविधाजनक है उन रूटों पर भी इन स्टूडेंट्स की ओर नहीं देखा गया जो कि दर्शाता है कि अधिकारी सिर्फ यही सोच रखते हैं कि उनके बच्चों की तरह अन्य लोगों के बच्चे भी सरकारी अथवा निजी गाड़ियों से पढ़ने जाते हैं।
सांखला ने ट्रेफिक कंट्रोल बोर्ड के अपने उक्त फैसले पर विचार करने के लिए अनुरोध करते हुए चेतावनी देते हुए कहा कि अगर फैसले पर पुनर्विचार नहीं किया गया तो ई-रिक्शा के समर्थन में जयपुर में भाई चन्द्रशेखर आजाद जी की बड़ी रैली निकाल कर अपनी जायज बात मनवायी जाएगी।