जयपुर। गलता गेट थाना इलाके में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) अफसर बनकर गिरफ्तारी वारंट जारी होने का डर दिखाकर जाल में फंसाया और मामला खारिज करने में मदद का बहाना बनाकर एक बुजुर्ग से पन्द्रह लाख रुपये खाते में ट्रांसफर करवा लिए। पीड़ित को ठगी का पता चलने पर वह थाने पहुंचा और मामला दर्ज करवाया।
जांच अधिकारी एसआई जयराम ने बताया कि वाटिका गलता गेट निवासी वर्षीय बुजुर्ग ने मामला दर्ज करवाया है कि गत दिना पहले उसके मोबाइल पर एक युवक का फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को सीबीआई अधिकारी अजित श्रीवास्तव बताते हुए अवैध दवाइयों का एक पार्सल उसके नाम पर होने के कारण गिरफ्तारी वारंट जारी होना बताया। गिरफ्तारी वारंट का डर दिखाकर पीडित बुजुर्ग से उनके बारे में सब कुछ पूछा और फोन करने वाले ठग ने सीबीआई मोनोग्राम के साथ अधिकारी होने का विश्वास दिलाया।
फर्जी ठग सीबीआई अजित ने कहा कि उसे लगता है कि आप एक सज्जन व्यक्ति है। इसलिए वह उसका केस खारिज करने में आपकी मदद करेंगा और मदद के बहाने कहा कि जिन लोगों ने आपके साथ धोखाधड़ी की है। उनके पास सारी जानकारी है। आपके बैंक अकाउंट के बारे में भी वह आपके सारे पैसे ट्रांसफर कर लेते हैं।
सिक्योरिटी के लिए आप सारा पैसों कोर्ट के दो खाते नंबर में ट्रांसफर कर दें। पीडित ने धोखे से विश्वास में लेकर तीन बार में पन्द्रह लाख रुपए भेजे गए खाता नंबर में ट्रांसफर करवा लिए। उसके बाद मोबाइल नंबर बंद मिलने पर धोखाधड़ी का पता चलने पर मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर मोबाइल नम्बर और बैंक खाते की जानकारी निकालने में जुटी है।