नई दिल्ली: जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टीवल (जिफ) ट्रस्ट द्वारा देश की राजधानी में इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली से सिनेमा के लिए गुरूवार को एक सराहनीय प्रयास “इंटरनेशनल टॉर्च कैम्पेन” की शुरुआत की गयी. इसकी शुरुआत जिफ के फाउंडर डायरेक्टर हनु रोज ने टॉर्च जलाकर देश विदेश से आये 300 फिल्मकारों के हाथों में सौंपी. इस अवसर पर चिली के राजदूत – जुआन अंगुलो, नई दिल्ली फिल्म फेस्टीवल के निदेशक सतीश कपूर, मानद निदेशक: एयर मार्शल नरेश वर्मा, एवीएसएम, वीएसएम (सेवानिवृत्त), फिल्मकार अनवर जमाल, राकेश अंदानियाँ, काज़ेम समंदरी आदि मौजूद रहे.
हनु रोज ने बताया की टॉर्च कैम्पेन की शुरुआत 2022 में गुवाहाटी से “जिफ भारतीय फिल्म पैनोरमा” के रूप में इंडियन रिजनल सिनेमा की एक नए पहचान स्थापित करने के लिए की गयी थी. इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में बड़ी संख्या में निर्माताओं, फिल्म निर्माताओं, अभिनेताओं, अभिनेत्रियों और फिल्म उद्योग के लोगों ने भाग लिया। कोलकाता में टॉर्च कैम्पेन के दौरान फिल्मकार गौतम घोष ने कहा कहा था की “हर फिल्म क्षेत्रीय फिल्म है. हर सिनेमा क्षेत्रीय सिनेमा है जिसमें हिंदी सिनेमा (बॉलीवुड) भी शामिल है। हर फिल्म क्षेत्रीय फिल्म के साथ-साथ राष्ट्रीय फिल्म भी है। कभी-कभी कोई सिनेमा अंतरराष्ट्रीय सिनेमा बन जाता है”. ये टोर्च कैम्पेन इसी अंतरराष्ट्रीय सिनेमा की खोज के लिए है.
अब दिल्ली से भारतीय और विश्व सिनेमा के लिए “अंतर्राष्ट्रीय टॉर्च कैम्पेन” की शुरुआत की गयी है जो नई दिल्ली से हैदराबाद, त्रिवेंद्रम होते हुए ईरान, चायना, फ्रांस, जर्मनी, जापान, साउथ कोरिया, इंगलैंड, कनाडा, अमेरिका जैसे देशों के साथ पूरी दुनिया में जाएगा। यह सिनेमा का सबसे बड़ा अभियान होगा. यह जादुई अभियान अगले 18 महीनों तक जारी रहेगा. अंतर्राष्ट्रीय सिनेमा की विविधता को प्रमोट करना है। इसमें हर देश के फिल्मी सितारे और मीडिया हिस्सा लेगा. इस अद्भुत अभियान के दौरान लगभग 200 करोड़ लोगों तक पहुंचाई जाएगी। इसके अलावा, भारतीय और विश्व सिनेमा पर आधारित रोचक संवाद और विश्व सिनेमा पर सार्थक बातचीत का आयोजन किया जाएगा. टॉर्च कैम्पेन के संचालनकर्ता हनु रोज ने बताया की इस पहल की शुरुआत 2022 में गुवाहाटी से की गई थी और अब इसका विस्तार नई दिल्ली से हो रहा है. इस पहल के माध्यम से हम भारतीय और विश्व सिनेमा को एक मंच पर लाने का प्रयास कर रहे हैं.
अवार्डेड फ़िल्में
सर्वश्रेष्ठ असमिया फिल्म – रूपज्योति बोरठाकुर द्वारा निर्देशित सत्या द ट्रूथ
सर्वश्रेष्ठ मलयालम फिल्म-इथुवारे, अनिल थॉमस द्वारा निर्देशित
सर्वश्रेष्ठ तमिल फिल्म – सोमन वाई द्वारा निर्देशित XYZ
सर्वश्रेष्ठ तेलुगु फिल्म – कार्तिकेय – 2 चंदू मोंडेती द्वारा निर्देशित
सर्वश्रेष्ठ कन्नड़ फिल्म – कृष्णमूर्ति चामराजा नागर रमन द्वारा निर्देशित हियर कम्स द लेपर्ड
सर्वश्रेष्ठ कोंकणी फिल्म – देवदास नायक द्वारा निर्देशित तर्पण
सर्वश्रेष्ठ जापानी फ़िल्म – हिबी मसाओ कोनो द्वारा निर्देशित
सर्वश्रेष्ठ गुजराती फ़िल्म – दिलीप दीक्षित द्वारा निर्देशित मीरा
सर्वश्रेष्ठ बंगाली फिल्म – अनिर्बान चक्रवर्ती द्वारा निर्देशित ओ अभागी
सर्वश्रेष्ठ चीनी फ़िल्म – जियांग क़िनमिन द्वारा निर्देशित ए पोएम इन लव
सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री फीचर- हील्स टू द स्काई, अर्जेंटीना के आंद्रेस डुनायेविच द्वारा निर्देशित
सर्वश्रेष्ठ एनिमेशन फ़ीचर – इंस्पेक्टर सन एन्ड द कर्स ऑफ़ द ब्लैक विडो स्पेन के जूलियो सोटो गुरपाइड द्वारा निर्देशित
सर्वश्रेष्ठ लघु वृत्तचित्र – फेहुजाली ए न्यू डॉन, असम पुलिस आईजीपी पार्थ सारथी महंता द्वारा निर्देशित और आसम डीजीपी द्वारा निर्मित
सर्वश्रेष्ठ मोबाइल लघु फिल्म – अद्रिजा कुंडू द्वारा निर्देशित द वेट
सर्वश्रेष्ठ गीत – मेरे करम, जिसे अर्चना बी सहगल ने लिखा है
सर्वश्रेष्ठ लघु फिक्शन फिल्म – महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग के लिए अविनाश शेम्बतवाड द्वारा निर्देशित चुनाव
सर्वश्रेष्ठ छात्र फिल्म – अदिति दीक्षित, शेसिड डोमिंगुएज़, पेपोट एटिएन्ज़ा द्वारा निर्देशित डेज़ी, स्पेन से