जयपुर। घुमंतू जाति उत्थान न्यास की घुमंतू तीर्थ योजना के अंतर्गत रविवार को अंबाबाड़ी स्थित आदर्श विद्या मंदिर से घुमंतू जाति कार्य के अखिल भारतीय प्रमुख दुर्गादास की उपस्थिति में घुमंतु समाज के 110 श्रद्धालुओं का पहला जत्था हरिद्वार-ऋषिकेश की यात्रा के लिए रवाना हुआ। अध्यक्षता जोबनेर पीजी कॉलेज के प्रो. केके शर्मा ने की। विशिष्ट अतिथि शकुन ग्रुप के निदेशक जेडी माहेश्वरी और डॉ. आशीष गौड़ रहे।
मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक बाबूलाल ने कहा कि तीर्थ यात्रा आदिकाल से चली आ रही है। यह यात्रा तभी सार्थक होगी जब सभी श्रद्धालु हरिद्वार-ऋषिकेश में पतितपावनी मां गंगा की गोद में डुबकी लगाकर सामाजिक, कुरीतियों का त्याग करें। उन्होंने कहा कि देश-समाज के विकास के लिए सभी को द्वैषता, वैमनस्यता का त्याग करना होगा, तभी समाज का सर्वांगीण विकास होगा। उन्होंने गंगा नदी में किसी तरह का कचरा, पुराने कपड़े प्रवाहित नहीं करने का आह्वान भी किया।
न्यास के जयपुर महानगर संयोजक राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि पहले चरण में लोहामंडी, हरमाड़ा, विद्याधरनगर सहित जयपुर की विभिन्न घुमंतु बस्तियों के लोग अपनी पारंपरिक वेशभूषा में हरिद्वार में पतितपावनी मां गंगा की गोद में डुबकी लगाएंगे। इससे पूर्व शांतिकुंज हरिद्वार में सर्व पितृ शांति हवन करेंगे।
उल्लेखनीय है कि घुमंतू जाति उत्थान न्यास की ओर से हर माह तीर्थ यात्रा करवाई जाएगी। न्यास की ओर से अब तक एक दर्जन से अधिक घुमंतु बस्तियों में अपनी बस्ती अपना हवन कार्यक्रम के तहत गायत्री परिवार के माध्यम से हवन करवाए जा चुके हैं। हवन की श्रृंखला अभी जारी है।