जयपुर। कारगिल योद्धा शहीद कैप्टन अमित भारद्वाज की 52वीं जयंती पर सोमवार को मालवीय नगर स्थित शहीद अमित भारद्वाज पार्क में पुष्पाजंलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि एयर कमोडोर डेप्युटी डायरेक्टर जनरल सत्येंद्र शर्मा ने सेना के जवानों के साथ पुष्प चक्र अर्पित कर सलामी दी। सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा ने शहीद अमित भारद्वाज की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। विधायक गोपाल शर्मा ने शहीद अमित भारद्वाज के पिता ओ पी शर्मा और मां सुशीला शर्मा से आशीर्वाद लिया। मालवीय नगर विधायक कालीचरण सर्राफ, कर्नल बीएमएस परमार सीओ 1 गल्स बटालियन एनसीसी राजस्थान, सेना के अधिकारी, एनसीसी कैडेट और बड़ी संख्या में स्कूली विद्यार्थी भी श्रद्धासुमन अर्पित करने पहुंचे।
इस मौके पर स्कूली बच्चों के लिए क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि अमित भारद्वाज शहीद होने वाले जयपुर के पहले जवान थे। उन्होंने सेवा के अंदर वह शूरवीरता दिखाई, जिस अंतिम कर्तव्य निष्ठा के लिए भारत के जवान जाने जाते हैं। उनको वहां जाना नहीं था, उनकी ड्यूटी में शामिल नहीं था लेकिन उस शाम को जब साथी जवान लौटकर नहीं आए तो इन्होंने अपनी प्रतिबद्धता के अंदर इसको जोड़ लिया और खुद उनकी खोज में निकल गए। वे सबकी जान तो बचा गए लेकिन खुद तिरंगे में लिपट कर आए।
अमर शहीद अमित भारद्वाज की शहादत के बद पिता ओपी शर्मा और माता सुशीला देवी ने अपना जीवन का सारा समय जनजागरण में लगा रहे हैं उनका जीवन राष्ट्र के समर्पित रहा। मुख्य अतिथि एनसीसी राजस्थान के उप महानिदेशक एयर कमोडोर सत्येंद्र शर्मा ने कहा कि करगिल की जंग दुनिया में लड़ी गई। तमाम जंग में से सबसे मुश्किल जंग थी। कैप्टन अमित भारद्वाज जिन्होंने कारगिल में अंतिम सांस तक युद्ध करते हुए अपने प्राणों को वहां न्यौछावर किया था। स्थानीय विधायक कालीचरण सर्राफ ने अमित भारद्वाज की वीरता का बखान किया और करगिल युद्ध में उनकी शहादत को अतुल्य देशप्रेम की वीरगाथा बताया। उन्होंने शहीद कैप्टन अमित भारद्वाज के जीवन को बच्चों के लिए अनुकरणीय बताया।