जयपुर। धारा शक्ति फाउंडेशन (डीएसएफ) ने 350 से अधिक महिलाओं के लिए निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर और मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन कार्यशाला का आयोजन किया। इस एक दिवसीय शिविर का आयोजन दूदू तहसील के कोट-जेवर में किया गया। इस पहल के माध्यम से गांव की करीब 350 महिलाओं को स्वास्थ्य और मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में जागरूक किया गया।
फाउंडेशन द्वारा आयोजित पहले चिकित्सा शिविर के परिणामों से यह पुष्टि हुई कि राजस्थान उन राज्यों में से एक है जो गंभीर रूप से एनीमिया से प्रभावित हैं। स्वास्थ्य जांच में पता चला कि 50 प्रतिशत से अधिक महिलाएं एनीमिक थीं। इस कारण से, फाउंडेशन ने ज्यादा से ज्यादा स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया है, जिसमें सभी महिलाओं और किशोरियों के लिए फिजिकल एग्जामिनेशन, ब्लड सुगर लेवल की जांच, वेट और हाईट की जांच, हीमोग्लोबिन (एचबी) लेवल जांचने के लिए ब्लड प्रेशर और ब्लड टेस्ट भी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, यह भी पाया गया कि भारत के ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में किशोर लड़कियों में मासिक धर्म और व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखने को लेकर जागरूकता की कमी है। इसी समस्या के निवारण के लिए गांव में सशक्तीकरण और जागरूकता बढ़ाने के लिए एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर के दौरान कई गतिविधियां आयोजित हुईं, जिसमें एक इंटरैक्टिव सत्र भी शामिल था जिसमें मासिक धर्म के बारे में मिथकों और गलत धारणाओं को उजागर करते हुए महिलाओं को मासिक धर्म स्वच्छता प्रथाओं के बारे में शिक्षित किया गया। फाउंडेशन द्वारा री यूजेबल सैनिटरी किट भी वितरित किए गए, जो डिस्पोजेबल सैनिटरी पैड के वित्तीय बोझ को कम करता है। महिलाओं को उनके प्रजनन स्वास्थ्य के व्यक्तिगत मूल्यांकन, किसी भी चिंता का समाधान करने और आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए डॉक्टरों के साथ व्यक्तिगत परामर्श का अवसर प्राप्त हुआ। इसके साथ ही शिविर में महिलाओं को आयरन की गोलियां भी वितरित की गई, जिससे उनके समग्र स्वास्थ्य और कल्याण में योगदान हुआ।
धारा शक्ति की फाउंडेशन की फाउंडर, देविका शेखावत ने कहा कि “महिलाएं हमारे समुदायों की रीढ़ हैं, और उनका स्वास्थ्य और कल्याण सर्वोपरि है। इस शिविर के माध्यम से, हम ने न केवल महत्वपूर्ण स्वास्थ्य आवश्यकताओं को संबोधित करने का, बल्कि मासिक धर्म स्वच्छता को लेकर चुप्पी भी तोड़कर महिलाओं को जागरूक करने का भी प्रयास किया। जिससे महिलाओं को स्वस्थ और सशक्त जीवन जीने के लिए ज्ञान और साधन उपलब्ध कराए जा सकें।”
देविका ने आगे कहा कि “हमारा मानना है कि स्वस्थ महिलाएं और लड़कियां अपने स्वयं के समाज और समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कल के लीडर्स को आगे लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं: “हम मरुधर हॉस्पिटल, जयपुर, प्रोजेक्ट बाला, कमला क्राफ्ट फाउंडेशन के साथ साझेदारी करके खुश और गौरवान्वित हैं। यह पहल महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए ग्रामीण समुदायों में समग्र कल्याण को बढ़ावा देने के धारा शक्ति फाउंडेशन के मिशन के अनुरूप है। स्थानीय हितधारकों और हैल्थकेयर प्रोफेशनल्स के साथ सहयोग करके, ऑर्गेनाइजेशन ने आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और अधिक सशक्त भविष्य को बढ़ावा देते हुए, कोट जेवर में महिलाओं के जीवन पर स्थायी प्रभाव डालने का प्रयास किया है।”