December 4, 2024, 2:08 pm
spot_imgspot_img

विश्व तंबाकू निषेध दिवस विशेष: संकल्प और साइको थेरेपी के जरिए तंबाकू से छुटकारा पूर्णतः संभव

जयपुर। तंबाकू की लत से छूटकारा पाने वाले अधिकांष लोग इसमें सफल नहीं हो पाते, लेकिन अगर उनकी इस लत को छोड़ने के संकल्प के साथ ही साइको थैरेपी भी जुड़ जाए तो इस लत से शतप्रतिषत छूटकारा पाया जा सकता है। यह तथ्य सामने आया भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल के टबैको सेसैषन क्लिनिक (टीसीसी) में किए गए शोध में। शोध में राजस्थान सहित ही उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, बिहार, गुजरात, नेपाल और पष्चिम बंगाल शामिल थे। पांच साल तक चले इस शोध में सामने आया कि तीन माह की साइको थैरेपी और एक साल के फॉलोअप के जरिए तंबाकू की लत को आसानी से छोड़ा जा सकता है। इस थेरेपी के सहयोग से लत का छोड़ने के लिए दवा पर निर्भर रहने की जरूरत भी नहीं रहती।

इन लक्षणों पर थेरेपी के जरिए हो रहा काम

साइको ऑन्कोलॉजिस्ट प्रियसी सुरोलिया ने बताया कि शोध के दौरान देखा गया तंबाकू सेवन की आदत जब बन जाती है तो उसका छोड़ना उतना ही ज्यादा मुष्किल होता है। ऐसे लोगों में तंबाकू सेवन ना करने पर शरीर में कई तरह के बदलाव आते है, जिनकों दूर करने की दिषा में विषेष ध्यान देना जरूरी होता है। इन लक्षणों में नींद ना आना, गुस्सा आना, थकान, सर दर्द, पेट में भारी पन, कब्ज, चिड़चिड़ापन जैसे कई बदलाव शामिल है। इन बदलाव के आने पर व्यक्ति को साइको थेरेपी से राहत दिलाई जाती है।

तंबाकू उपयोग से जुड़े कुछ भम्र

शोध के दौरान तंबाकू उपयोग के कारणों पर विस्तार से कार्य किया गया, इसमें सर्वोधिक कारण तनाव कम होना और पेट का साफ होना बताया गया। साइको ऑन्कोलॉजिस्ट प्रियसी सुरोलिया ने बताया कि तंबाकू सेवन से जुडे कई तरह के भ्रम लोगों में है। इसमें प्रमुख है “तंबाकू के सेवन से ही सुबह पेट साफ होता है“, “अगर कोई सालों से तंबाकू खा रहा हो तो छोड़ने पर उसे कैंसर हो जाता है“, “हुक्का पीने से कैंसर नहीं होता, इसमें तो पानी फिल्टर होकर आता हैै।“

कैंसर होने का डर भी बना प्रमुख कारण

आमतौर पर तंबाकू को छोड़ने में के दौरान जब साइको थैरेपी दी जाती है तो उसके इस लत से छूटकारा पाने वालों की संख्या 35 से 58 फीसदी तक होती है, लेकिन बीएमसीएचआरसी के टबैको सेसैषन क्लिनिक में हुए इस शोध में यह संख्या 98.97 फीसदी रही। इसका प्रमुख कारण कैंसर होने या जिनमें यह रोग है उन्हें इसके दौबारा होने का डर भी था। पांच साल पहले शोध में रजिस्टर्ड रोगी आज भी तंबाकू से पूरी तरह दूरी बनाए हुए है।

27 फीसदी कैंसर का कारण तंबाकू

कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ तेज प्रकाश सोनी ने बताया कि तंबाकू का सेवन करने से लोगों में कई तरह के कैंसर होते है। इनमें सबसे प्रमुख कैंसर मुंह और गले का है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के अनुसार 27 फीसदी कैंसर का प्रमुख कारण तंबाकू हैं। वहीं राजस्थान में कैंसर हॉस्पिटल में पहुंचने वाले 50 फीसदी कैंसर रोगियों में तंबाकू सेवन की आदत देखी जाती है। तंबाकू के इतना हानिकारक होने के बावजूद भी तंबाकू के उपयोग में भारत विश्व स्तर पर दूसरे स्थान पर है। यही कारण है कि देश में हर साल 1 मिलियन वयस्कों की मृत्यु तंबाकू के उपयोग से हो रही है।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

25,000FansLike
15,000FollowersFollow
100,000SubscribersSubscribe

Amazon shopping

- Advertisement -

Latest Articles