जयपुर। नेटथियेट कार्यक्रमों की श्रृंखला में राज्य की सुप्रसिद्ध कथक गुरु श्रुति मिश्रा ने अपने भावपूर्ण कथक नृत्य से जयपुर के शुद्ध कथक की बारीकियों को बड़ी खूबसूरती से पेश किया। नेटथियेट के राजेन्द्र शर्मा राजू बताया कि गुरु श्रुति मिश्रा के निर्देशन में दस शिष्यों ने अपने कार्यक्रम की शुरूआत राजस्थान की सुप्रसिद्ध मांड केसरिया बालम आवो नी पधारो म्हारे देश से की l इसके बाद शुद्ध जयपुर कथक में आमद, तिहाईया,परण, चक्करदार परणे और गतभाव, तत्कार, की प्रस्तुति से जयपुर कथक को साकार किया।
कलाकारों ने मीरा के भजन म्हारा जूना जोशी सांवरो मिलन कद होसी और छाप तिलक सब छोड़ी रे मोसे से नैना मिलाके की मनमोहक प्रस्तुति से श्रोताओं को मोहित किया । कार्यक्रम में याशवि पाटनी,झनक अग्रवाल, आशविका जैन, अनवी अग्रवाल,आवया जैन,शैरेया जैन,साधिया जैन,अविका जैन,जिनिशा जैन और आरोही अग्रवाल के नृत्य में लयकारी, ताल एवं गतभाव की स्पष्ट झलक देखने को मिली । कार्यक्रम संयोजक नवल डांगी, कैमरा मनोज स्वामी, संगीत सागर गढ़वाल एवं मंच सज्जा जीवितेश एवं अंकित शर्मा नोनू की रही ।