जयपुर। जयपुर ग्रामीण जिले के जमवारामगढ़ थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए प्रतिबंधित नशीली दवाईयों ट्रामाडोल कैप्सूल व एल्प्राजोलम टेबलेट की सप्लाई करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है और चार आरोपितों को पकडा है।
उप-महानिरीक्षक पुलिस सह-पुलिस अधीक्षक जिला जयपुर ग्रामीण आनंद शर्मा ने बताया कि जिले में ऑपरेशन नॉकआउट अभियान चलाया जा रहा है। इसी के चलते डीएसटी टीम जयपुर ग्रामीण व पुलिस थाना जमवारामगढ़ की संयुक्त टीम ने ऑपरेशन नॉकआउट अभियान के तहत कार्रवाई करते हुए गुरुवार को तिवाड़ी मोहल्ला आंधी में एक नाबालिग बालक के कब्जे से भारी मात्रा में अवैध नशीले पदार्थ प्रतिबंधित दवाईयां 8840 ट्रमाडोल कैप्सूल, 750 एल्प्राजोलम टेबलेट जप्त कर नाबालिग बालक को निरूद्ध किया।
नाबालिग बालक से पूछताछ में सामने आया कि ये नशीले कैप्सूल व टेबलेट उसके पिता रामराय शर्मा से लेकर आया था। जिस पर कार्रवाई करते हुए नशीले कैप्सूल व टेबलेट की सप्लाई करने वाले नशा कारोबारी रामराय शर्मा निवासी तिवाडी मौहल्ला आंधी को डिटेन कर पूछताछ की तो यह तथ्य सामने आया कि रामराय शर्मा ये नशीले कैप्सूल मेडिकल स्टोर एसएमएस अस्पताल जयपुर के संचालक जितेन्द्र शर्मा व उस पर काम करने वाले व्यक्ति विनोद ब्राह्मण से लेता था तथा न्यू शर्मा मेडिकल स्टोर एसएमएस अस्पताल जयपुर संचालक जितेन्द्र शर्मा ये नशीले कैप्सूल व टेबलेट ठेकाकर्मी दवा वितरण केन्द्र एसएमएस अस्पताल जयपुर में कार्यरत कर्मचारी जितेन्द्र कुमार से लेता था। इस पर पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए कुमार पुत्र रामकिशोर (ठेकाकर्मी दवा वितरण केन्द्र एसएमएस अस्पताल जयपुर) व जितेन्द्र शर्मा पुत्र प्यारेलाल (संचालक मेडिकल स्टोर एसएमएस अस्पताल के पास जयपुर) व रामराय शर्मा पुत्र स्व. कैलाशचन्द तथा विनोद पुत्र रामकरण को गिरफ्तार किया है।
जांच में सामने आया कि आरोपी एसएमएस अस्पताल दवा वितरण केन्द्र पर काम करने वाले संविदा कार्मिको व मेडिकल स्टोर वाले से सांठ गांठ कर प्रतिबंधित नशीली दवाईयो को बिना दस्तावेजो के प्राप्त कर दवाईयो को नशे के रूप मे बेचने का काम करते थे। पुलिस पूछताछ में और भी कई वारदाते खुलने की आशंका जताई जा रही है।