जयपुर। अनंत चतुर्दशी को दस दिवसीय गणेशोत्सव का समापन हुआ। जिन मंदिरों, पांडालों और घरों में गणेश चतुर्थी के दिन गणपति की स्थापना की गई थी, उनकी महाआरती कर जल स्त्रोत में विसर्जन किया गया।
आमेर के मावठा, सागर, जल महल, गोनेर के जगन्नाथ सरोवर सहित अन्य जल स्त्रोत तक गणपति को शोभायात्रा के साथ ले जाया गया। गणपति बप्पा मोरिया अगले बरस तू जल्दी आ… के जयघोष के साथ गणपति विसर्जन किया गया। इस दौरान जयपुर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। आमेर से लेकर सागर सरोवर तक भारी पुलिस बल तैनात रहा। जगह-जगह पर पुलिसकर्मी सुरक्षा की दृष्टि से तैनात रहे।
वहीं पुलिस की ओर से आमेर सागर के पाल माकूल व्यवस्था रही ताकि कोई भी भक्त पानी के ज्यादा करीब नहीं जा सके। अपने बप्पा को विदा करने के दौरान ना सिर्फ भक्तों की आंखें नम होती हैं। बल्कि यह उम्मीद भी रहती है अगले बरस उनके भगवान घर में फिर आएंगे। गणपति के विसर्जन के दौरान ढोल-नगाड़ों से पूरा माहौल गणेश की भक्ति में रंग उठा।