जयपुर। गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी में शुक्रवार को तीन दिवसीय गुरु पूर्णिमा महोत्सव का शुभारंभ हुआ। सुबह से शाम तक साधना कक्ष में अखंड दीपक के समक्ष सबकी सद्बुद्धि की कामना के साथ अखंड गायत्री मंत्र जप किया गया। इसमें तीनों गायत्री शक्तिपीठों, सभी गायत्री चेतना केन्द्रों और प्रज्ञा मंडलों के परिजनों ने गुरुसत्ता के संरक्षण में वेदमाता गायत्री के चित्र के आगे बैठकर शांतिपूर्वक गायत्री महामंत्र का जप किया। प्रारंभ में वेदमाता गायत्री और गुरु सत्ता का भावभरा आह्वान कर पंचोपचार पूजन किया।
शक्तिपीठ के सह व्यवस्थापक मणिशंकर चौधरी ने कहा कि सामूहिक रूप से गायत्री मंत्र का जाप करने से व्यक्ति और वातावरण में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं। मन शांत और बुद्धि प्रखर होती है। शक्तिपीठ के व्यवस्थापक सोहन लाल शर्मा ने बताया कि दूसरे दिन शनिवार, 20 जुलाई को दोपहर दो से शाम चार बजे तक शक्तिपीठ के ऑडिटोरियम में संगीतमय गुरु गीता के पाठ होंगे।
प्रारंभ में गुरु वंदना और देव पूजन होगा। गुरू-शिष्य के अटूट स्नेह संबंधों का महापर्व गुरु पूर्णिमा रविवार, 21 जुलाई को मनाया जाएगा। सुबह आठ से ग्यारह बजे तक नौ कुंडीय महायज्ञ होगा। इस मौके पर समाधि स्थल सजल श्रद्धा और प्रखर प्रज्ञा पर गुरु चरण पादुका पूजन किया जाएगा। नए साधकों को गुरू दीक्षा दी जाएगी। यज्ञोपवीत, पुसंवन, नामकरण सहित अन्य संस्कार भी कराए जाएंगे।
राष्ट्र निर्माण के लिए देंगे आहुतियां:
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में मानसरोवर स्थित श्री वेदमाता गायत्री वेदना निवारण केंद्र में गुरु-शिष्य परंपरा का अनुशासन पर्व गुरू पूर्णिमा महोत्सव श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाया जाएगा। यहां दो दिन विभिन्न कार्यक्रम होंगे। केन्द्र के व्यवस्थापक आर डी गुप्ता ने बताया कि शनिवार, 20 जुलाई को सुबह छह से शाम साढ़े पांच बजे तक अखंड जप और साढ़े पांच बजे दीपयज्ञ होगा। प्रज्जवलित दीपकों में श्रद्धा के अटूट अक्षत से विश्व कल्याण की कामना के साथ यज्ञ देवता को आहुतियां प्रदान की जाएगी। रविवार, 21 जुलाई को सुबह नौ बजे से गुरु पूजन, नौ कुंडीय यज्ञ, गुरु दीक्षा एवं अन्य संस्कार होंगे। भारत को विश्व गुरु बनाने की कामना के साथ विशेष आहुतियां अर्पित की जाएंगी।
गायत्री शक्तिपीठ कालवाड़:
गायत्री शक्तिपीठ कालवाड़ में रविवार, 21 जुलाई को गुरु पूर्णिमा महोत्सव पर विभिन्न कार्यक्रम होंगे। मुख्य ट्रस्टी धर्मसिंह राजावत ने बताया कि सुबह 6 से 8:30 जप अनुष्ठान होगा। इसके बाद 8:30 से 11:30 बजे पंच कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं संस्कार महोत्सव होगा। 11:30 से एक बजे तक 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के संदर्भ में गोष्ठी होगी।
यहां भी होंगे आयोजन:
गायत्री शक्तिपीठ वाटिका में गुरु पूर्णिमा रविवार, 21 जुुलाई को सुबह पंच कुंडीय गायत्री महायज्ञ होगा। नए साधकों को गुरू मंत्र की दीक्षा दी जाएगी। गायत्री चेतना केन्द्र जनता कॉलोनी, दुर्गापुरा, वैशालीनगर, मुरलीपुरा, गांधीनगर, प्रतापनगर, मालवीयनगर में भी गुरु पूर्णिमा महोत्सव भक्तिभाव से मनाया जाएगा।