Gogamedi murder case: श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या में शामिल शूटर्स रोहित राठौर और नितिन फौजी समेत उधम नामक शख्स को शनिवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया है। राजस्थान पुलिस और दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए इन आरोपियों को चंडीगढ़ के सेक्टर 22 के होटल से गिरफ्तार किया है। रोहित राठौर और नितिन फौजी ने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की थी वहीं उधम फरारी के दौरान इन दोनों के साथ था। तीनों आरोपियों को दिल्ली क्राइम ब्रांच के ऑफिस लाया गया, जहां से पुलिस इन्हें लेकर जयपुर निकल गई है। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आरोपी राजस्थान से हरियाणा के हिसार पहुंचे, हिसार से मनाली गए और मनाली से चंडीगढ़ पहुंचे थे जहां से गिरफ्तारी हुई।
शूटर्स ने हत्या करने के बाद हथियारों को छुपा दिया था. ताकि भागते समय ट्रेन या बस में चेकिंग के समय न पकड़े जा सके। पुलिस आरोपियों तक टेक्निकल सर्विलांस के जरिए पहुंची। जब पुलिस आरोपियों के पास पहुंची तो तीनों साथ थे, जिसके बाद इनको गिरफ्तार किया गया। इससे पहले शनिवार को जयपुर पुलिस ने शूटर्स की मदद करने वाले रामवीर को गिरफ्तार किया था। ये शूटर नितिन फौजी का दोस्त है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अपराध दिनेश एमएन ने बताया कि गोगामेड़ी की हत्या करने के बाद दोनों बदमाश रामवीर के साथ बगरू टोल तक पहुंचे थे। जहां से नितिन फौजी और रोहित राठौड़ बस से डीडवाना पहुंचे। डीडवाना से दोनों ने टैक्सी ली और सुजानगढ़ पहुंचे।
सुजानगढ़ से दिल्ली की बस में बैठकर रवाना हुए, लेकिन दोनों धारूहेड़ा पर ही बस से उतर गए। पीछे-पीछे पुलिस चल रही थी, पुलिस ने जब बस ड्राइवर को इन दोनों के बारे में पूछा तो बताया कि दोनों धारूहेड़ा उतरे हैं। जिसके बाद पुलिस ने हरियाणा जाने वाली बस-ट्रेनों को सर्च किया।
पुलिस को दोनों बदमाश की लोकेशन हिसार रेलवे स्टेशन पर मिली। वहां के सीसीटीवी फुटेज आने पर दोनों की तलाश में टीमें हिसार भेजी गईं, लेकिन ये बदमाश वहां से भी हिमाचल प्रदेश के मंडी के लिए निकल गए। मंडी में इनकी लोकेशन मिलने पर टीमें रवाना हुईं तो ये वहां से नितिन फौजी के गांव के रहने वाले एक व्यक्ति के घर चंडीगढ़ पहुंच गए। दिल्ली पुलिस को शनिवार दोपहर 2 बजे इनके चंडीगढ़ में होने की पुख्ता जानकारी मिली। दिल्ली पुलिस के एडीजी क्राइम रविंद्र सिंह ने राजस्थान पुलिस संपर्क किया।
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ और एडीजी क्राइम ने अपनी टीम के 7 अफसरों और पुलिसकर्मियों को इस ऑपरेशन में भेजा। पुलिस को डर था की दोनों बदमाशों के पास हथियार हो सकते हैं। अगर पुलिस ने दोपहर या शाम को रेड की और दोनों बदमाशों ने फायरिंग शुरू की तो कई लोगों की जान भी जा सकती हैं। इसलिए पुलिस ने आधी रात का इंतजार किया, जिससे किसी को नुकसान न हो और शूटर जब तक कुछ करने का प्लान बनाए उससे पहले पुलिस उन्हें पकड़ ले।
पुलिस ने देर रात दबिश देकर दोनों शूटर्स को अरेस्ट कर लिया। नितिन फौजी और रोहित राठौड़ के पास से पुलिस को कुछ हथियार भी मिले हैं। दिल्ली पुलिस दोनों से रोहित गोदारा,लॉरेंस से संबंधित सवाल पूछ रही है। दिल्ली पुलिस पूछताछ के बाद दोनों को राजस्थान पुलिस को सौंपेगी। संभावना है कि दोपहर तक दोनों आरोपी जयपुर पहुंच जाएंगे।
चंडीगढ़ पहुंचने के बाद आरोपियों ने परिचित को घटना की जानकारी दी थी। उसे आश्वासन दिया था कि जैसे ही पुलिस का पहरा कम होगा, वे यहां से निकल जाएंगे। दोनों शूटरों का देश छोड़कर नेपाल भागने का प्लान था, लेकिन उससे पहले ही वे धरे गए।
जानकार सूत्रों की मानें तो महेंद्रगढ़ हरियाणा से गिरफ्तार हुए रामवीर जाट से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने भी नितिन फौजी के कई ठिकानों के बारे में बताया था। उन पर काम करने से पहले ही दिल्ली पुलिस को जानकारी मिल गई थी। दोनों बदमाशों को आज जयपुर पुलिस कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी और पूछताछ कर पुलिस हत्या के कारणों का पता लगाने का प्रयास करगी।