जयपुर। श्याम नगर थाना इलाके में पांच दिसम्बर को श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों शूटरों सहित एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है। राजस्थान पुलिस ने दिल्ली पुलिस की मदद से इस मामले में शूटर रोहित राठौड़ और नितिन फौजी के साथ उनके सहयोगी उधम सिंह को चंडीगढ़ से शनिवार देर दस्तयाब किया गया है।
दस्तयाब किए गए तीनों आरोपितों को पहले दिल्ली में उत्तरी रेंज क्राइम ब्रांच कार्यालय लाया गया और इसके बाद में उन्हें राजस्थान पुलिस को सौंप दिया जाएगा। जहां रविवार को राजस्थान पुलिस दोनों शूटर्स सहित सहयोगी को लेकर जयपुर पहुंची है। जिनके फिलहाल पुलिस इस हत्यकांड मामले में पूछताछ करने में जुटी है।
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया कि पांच दिसम्बर को श्याम नगर थाना इलाके में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद से जयपुर पुलिस की टीमें लगातार बदमाशों के पीछे लग गईं थी। एसआईटी से मिले इनपुट और आरोपियों के रूट मैप का पता चला कि आरोपी डीडवाना से पहले हिसार गए। हरियाणा पुलिस और पंजाब पुलिस से मिले इनपुट से पता चला कि आरोपी हिसार पहुंच गए।
इसके बाद तो राजस्थान पुलिस के साथ दिल्ली पुलिस भी जुड़ गई। 8 दिसंबर को बदमाशों की लोकेशन पता चली इसके बाद 9 दिसंबर को चंडीगढ़ के एक होटल के बाहर से दोनों शूटर्स और उनके सहयोगी को पुलिस टीम ने धर दाबोचा। अब जयपुर में दोनों आरोपियों से पूछताछ की जाएगी।
जयपुर पुलिस कमिश्नर ने कहा कि हत्याकांड़ के बाद से शायद ही अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर कैलाश विश्नोई और उनकी टीम दो घंटे से अधिक सो पाई हो। दिन-रात की मेहनत का नतीजा है कि दोनों शूटरों को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं दूसरी तरफ पुलिस की इस मामले में आगे की जांच भी जारी है, जिससे हो सकता है कि इस हत्याकांड में अभी कुछ और लोगों की भी गिरफ्तारी हो।
पुलिस महानिदेशक ने दी पुलिस टीम को दी बधाई
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी पर राजस्थान पुलिस महानिदेशक ने पुलिस टीम को बधाई दी और उन्होंने कहा कि इस मामले के आरोपियों को पकड़ने में दूसरे राज्यों की पुलिस ने बहुत मदद की हैं और विशेष तौर से दिल्ली पुलिस ने जिसके साथ संयुक्त अभियान चलाकर इन आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की। उन्होंने दिल्ली और हरियाणा पुलिस को भी धन्यवाद दिया। गिरफ्तार के बाद दोनों शूटरों व उनके सहयोगी को जयपुर लाया गया है।
शूटरों के मददगार रामवीर को कोर्ट में किया पेश, आठ दिन पुलिस रिमांड के आदेश
गोगामेड़ी हत्याकांड में शामिल एक आरोपी रामवीर को कोर्ट में पेश किया गया। रामवीर पर शूटरों को जयपुर से भागने में मदद करने का आरोप है। पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच आरोपी रामवीर को कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने कोर्ट में आरोपी रामवीर को रिमांड पर मांगा। जिसके बाद कोर्ट ने आरोपी रामवीर को आठ दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया। जिसके बाद पुलिस आरोपी रामवीर को वापस सोडाला थाना लेकर आई है। पुलिस अधिकारी अब आरोपी रामवीर से पूछताछ कर रहें है।
मोबाइल पर बात करने से लोकेशन मिलती रही
शूटर्स ने हत्या करने के बाद हथियारों को छुपा दिया था, ताकि भागते समय ट्रेन या बस में चेकिंग के समय न पकड़े जा सकें। मगर आरोपी शूटर्स फरारी के दौरान मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे थे। शूटर्स गैंगस्टर रोहित गोदारा के राइट हैंड वीरेंद्र चारण और दानाराम के संपर्क में थे। उन्होंने वीरेंद्र चारण और दानाराम के इशारे पर ही हत्या को अंजाम दिया गया था। हत्या करने के बाद दोनों शूटर्स वीरेंद्र चारण और दानाराम से लगातार बात कर रहे थे। जिसके बाद पुलिस ने इनकी टेक्निकल सर्विलांस शुरू कर दी। वीरेंद्र चारण पर राजस्थान पुलिस ने 1 लाख का इनाम घोषित कर रखा है।
भवानी सिंह उर्फ रोनी ने अपने साथियों के साथ की थी पुलिस पर फायरिंग
बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया कि भवानी सिंह उर्फ रोनी निवासी पहाड़वास जिला महेन्द्रगढ़, राहुल कोथल निवासी कोथल खुर्द जिला महेन्द्रगढ़ व नितिन फौजी निवासी गांव दोगड़ा जाट जिला महेन्द्रगढ़ आपस में मित्र है। नितिन फौजी दो दिन का छुट्टी पर गाँव आया था। भवानी सिंह उर्फ रोनी और के केसवार अनुपम सोनी निवासी खुढ़ाणा जिला महेन्द्रगढ़ के बीच विवाद चल रहा था। उस विवाद को सुलझाने के लिए तीनों आरोपित अन्य साथियों के साथ गाँव खुडाणा पहुँचे, परन्तु अनुपम सोनी पक्ष से झगड़ा होने के कारण पुलिस आ गई। इस पर भवानी सिंह उर्फ रोनी अपने साथियों के साथ वहाँ से भागते समय पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी। जिसके संबंध में थाना सदर महेन्द्रगढ़ पर मुकदमा दर्ज हुआ। इस मुकदमें मे गिरफ्तारी से बचने के लिए नितिन फौजी, राहुल कौथल दस नवम्बर को हिसार पहूँच गये। 5-6 दिन बाद में भवानी सिंह उर्फ रोनी भी इनके पास हिसार आ गया। इनके रूकने की व्यवस्था उदम नाई निवासी हिसार ने की।
भवानी सिंह उर्फ रोनी पूर्व से रोहित गोदारा व विरेन्द्र चारण के सम्पर्क था
भवानी सिंह उर्फ रोनी पूर्व से रोहित गोदारा व विरेन्द्र चारण के सम्पर्क में था। भवानी सिंह उर्फ रोनी ने रोहित गोदारा व वीरेंद्र चारण से नितिन फौजी की मोबाइल पर बात करवाई और उसे जयपुर में एक व्यक्ति को मारने के लिए तैयार किया गया। भवानी सिंह उर्फ रोनी ने दिनांक 28 नवम्बर को नितिन फौजी को टैक्सी से जयपुर भिजवाया। नितिन फौजी को रूकने के स्थान, हथियार व वाहन उपलब्ध करवाने वाले व्यक्ति को दो दिन पूर्व ही चिह्नित कर लिया गया है, इस संबंध में जांच पड़ताल जारी है।
नितिन फौजी के पास दो पिस्टल और 50 राउण्ड थे
पांच दिसम्बर को नितिन फौजी अजमेर रोड़ पर रोहित राठौड़ से मिला। इन दोनों को नवीन शेखावत स्कॉर्पियों में बैठाकर यहाँ से सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के मकान पर ले गया। बैठक में बातचीत के दौरान दोनों शूटर्स ने अंधाधूंध फायरिंग कर सुखदेव सिंह गोगामेड़ी व नवीन सिंह शेखावत की हत्या कर दी तथा तीसरे व्यक्ति अजीत सिंह को घायल कर दिया। नितिन फौजी के पास एक जिगाना पिस्टल व एक मैग्जीन थी । जिसमें 20 राउण्ड थे, इसके अलावा दूसरी पिस्टल 30 व उसकी एक मैग्जीन जिसमें 15 राउण्ड थे। शूटर रोहित राठौड़ के पास एक पिस्टल व उसकी एक मैग्जीन जिसमें 13 राउण्ड थे।
वारदात के बाद दोनों शूटर्स बस-रेल के जरिए सहयोगी उधम के पास मनाली पहुंचे
घटना के बाद दोनों की शूटर्स स्कूटी, ऑटो से अजमेर रोड़ पहुँचे। जहाँ से राजस्थान रोड़वेज की बस से डिडवाना पहुँचे। डिडवाना से एक टैक्सी लेकर सुजानगढ़ पहुँच, सुजानगढ़ से वॉल्वों बस से धारूहेड़ा पहुँचे, धारूहेड़ा से ऑटो लेकर रेवाड़ी पहुँचे, रेवाड़ी से रेल से रवाना होकर हिसार पहुँचे। फिर उदम सिंह निवासी हिसार के साथ टैक्सी लेकर मनाली पहुँचे। वहाँ दो दिन होटल मे रूके। 9 दिसम्बर को 5 – 6 बजे चडीगढ़ पहुँचे। वहाँ होटल कमल पैलेस सैक्टर 22 चडीगढ़ में रूके। जहाँ से पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया।