जयपुर। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स की सूचना पर ट्रांसपोर्ट नगर थाना पुलिस ने बाल सुधार गृह से फरार हुए लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य एक नाबालिग और उसके गिरोह के अन्य सदस्यों को पैसे देकर आर्थिक सहायता एवं बाहर से अन्य सामान उपलब्ध कराने के आरोप में बाल सुधार गृह के एक गार्ड और व्यापारी आरोपी को गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच एसपी करण शर्मा ने बताया कि 12 फरवरी को जयपुर के ट्रांसपोर्ट नगर थाना इलाके में स्थित बाल सुधार गृह की जाली तोड़ 23 बाल अपचारी फरार हो गए थे। इनमें एक लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ है। जो जयपुर के जवाहर नगर थाना क्षेत्र के जी- क्लब फायरिंग मामले में भी शामिल था। उक्त नाबालिग ने बाल सुधार गृह में भी अलग से अपना 4-5 बाल अपचारियों का गिरोह बना रखा है।
एसपी शर्मा ने बताया कि एसजीटीएफ को जानकारी मिली कि बाल सुधार गृह का गार्ड व व्यापारी उन्हें पैसे देकर और बाहर से सामान लाकर सहायता प्रदान कर रहे थे। सूचना पर टीम गठित की गई। गठित टीम द्वारा शनिवार को एसएचओ ट्रांसपोर्ट नगर को सूचना दी। जिस पर उन्होंने टीम के साथ बाल सुधार गृह के बाहर दुकान लगाने वाले आरोपी महेश चन्द जाट पुत्र लाला राम (23) निवासी देवली खुर्द थाना मारोठ जिला नागौर एवं गार्ड मनोज मीणा पुत्र रामनिवास निवासी खानिया बन्धा पुराना घाट गेट चेक पोस्ट थाना ट्रांसपोर्ट नगर जयपुर को गिरफ्तार कर लिया।
एसपी शर्मा ने बताया कि इस संपूर्ण कार्रवाई में इंस्पेक्टर राम सिंह का कुशल नेतृत्व रहा। हेड कांस्टेबल शंकर दयाल शर्मा व कमल डागर की विशेष भूमिका एवं हेड कांस्टेबल रामावतार की तकनीकी भूमिका रही। कांस्टेबल भूपेंद्र शर्मा व देवेंद्र सिंह टीम में शामिल थे। गिरफ्तारी में एसएचओ ट्रांसपोर्ट नगर जुल्फिकार एवं कांस्टेबल धर्मेंद्र व कैलाश शामिल थे।