जयपुर। एपीजे अब्दुल कलाम राजकीय कन्या महाविद्यालय, गंगापोल, जयपुर में भारतीय शिक्षण मंडल, जयपुर प्रांत के तत्वावधान में गुरू वंदन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम भारतीय संस्कृति में गुरु शिष्य परंपरा की अनन्य श्रृंखला से अवगत करवाने और छात्राओं को उनके भावी जीवन में गुरु शिष्य परंपरा को कायम रखने हेतु प्रेरित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राजस्थान विश्वविद्यालय के सिंडिकेट सदस्य एवं महाराजा कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर जी. पी. सिंह, विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर जयदीप सिंह एवं मुख्य वक्ता प्रोफेसर सुमन कुमार शर्मा रहे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो हेमन्त पारीक ने की। कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों, प्राचार्य एवं संकाय सदस्यों ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
प्रो जी पी सिंह ने अपने भाषण में भारतीय संस्कृति के मूल्यों के अनुसार गुरु के गुणो से अवगत कराया। प्रो. जयदीप सिंह ने भारतीय शिक्षण मंडल की गतिविधियों से परिचय कराया। मुख्य वक्ता प्रोफेसर सुमन कुमार शर्मा ने भारतीय संस्कृति में ज्ञानसृजन, ज्ञानवर्धन, ज्ञानार्जन व ज्ञानात्मकता पर प्रकाश डाला तथा शास्त्र, विद्या और संस्कार की शक्ति को बताया।महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. पारीक ने युवाओं को भारतीय संस्कृति के अनमोल खजाने से सदैव सिखने का यत्न करने पर बल दिया।महाविद्यालय के संकाय सदस्य डॉ राजकुमार बैरवा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर निधि माथुर ने किया और उन्होंने शिक्षक के रूप में स्वयं के संस्मरण भी साझा किये। संकाय सदस्य अनीता कटारा डॉ दिलीप पंवार, डॉ. बचन सिंह ने विचार व्यक्त किए।इस सफल आयोजन से छात्राओं में गुरु शिष्य परंपरा से प्रेरणा लेकर अपने जीवन को सार्थक बनाने की ऊर्जा का संचार हुआ।