जयपुर। भारत के अग्रणी निजी क्षेत्र के बैंक, एचडीएफसी बैंक ने आज घोषणा की कि उसने राजस्थान के बूंदी में एक ग्रामीण लोन मेला आयोजित किया । इस पहल का उद्देश्य बूंदी और पश्चिमी राजस्थान के आसपास के जिलों के ग्रामीण इलाकों में गहराई से प्रवेश करना है, जिससे एचडीएफसी बैंक के उत्पादों और सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला ग्राहकों को आसानी से उपलब्ध हो सके।
छोटे और सीमांत किसान, किसान उत्पादक संगठन, डेयरी किसान, व्यापारी, छोटे दुकानदार और परिवहन वाहन ग्राहक, ग्रामीण ऋण मेले के प्रमुख लाभार्थियों में से थे, जिसमें लगभग 10,000 लोगों ने भाग लिया। इस पहल का उद्देश्य क्षेत्र के सभी व्यक्तियों तक कृषि, एमएसएमई, वाहन, परिवहन उपकरण और स्वास्थ्य देखभाल आवश्यकताओं के लिए ऋण उत्पादों की एक श्रृंखला तक आसान पहुंच प्रदान करवाना था । एचडीएफसी बैंक के कार्यकारी निदेशक श्री भावेश ज़वेरी ने भी मेले में भाग लिया।
इस अवसर पर एचडीएफसी बैंक के ग्रुप हेड (कमर्शियल एंड रूरल बैंकिंग वाणिज्यिक और ग्रामीण बैंकिंग), राहुल श्याम शुक्ला, ने कहा, “वर्ष 2023 के दौरान, हमने देश के कोने-कोने तक यात्रा की है और अंतिम छोर के यूजर तक ऋण उपलब्ध कराया है। हम अपनी बैंकिंग सेवाओं और उत्पादों को देश के दूरस्थ कोनों तक ले जाने का प्रयास करते हैं। बूंदी का ग्रामीण ऋण मेला हमारे प्रयासों का परिणीति है। पिछले वित्त वर्ष के दौरान, हम 2 लाख गांवों तक पहुंचने के लिए प्रतिबद्ध थे। देश में ऋण मेलों ने हमें इस लक्ष्य के करीब पहुंचने में मदद की है।“
इसी कड़ी में वर्ष 2023 में, एचडीएफसी बैंक ने अयोध्या और झांसी (उत्तर प्रदेश), पश्चिम बंगाल के बर्दवान (पश्चिम बंगाल), एलुरु (आंध्र प्रदेश), कलबुर्गी, (कर्नाटक), त्रिची, (तमिलनाडु) और पाटन (गुजरात) में ग्रामीण ऋण मेलों का आयोजन किया।
30 सितम्बर, 2023 तक, एचडीएफसी बैंक की 52 प्रतिशत शाखाएं अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मौजूद हैं। पूरे देश में बैंक की 3,836 शहरों/कस्बों में 7,945 शाखाएं और 20596 एटीएम हैं। इसके अलावा, बैंक के पास 15,352 बिजनेस कॉरसपोण्डेंट हैं, जो मुख्य रूप से सामान्य सेवा केन्द्रों द्वारा संचालित होते हैं, जो इसकी पेशकशों को सूदूर क्षेत्रों तक ले जाते हैं। वर्तमान में राजस्थान में बैंक की 423 शाखाएं और 646 एटीएम हैं।