जयपुर। भांकरोटा थाने में तैनात हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा के आत्महत्या प्रकरण में पिछले पांच दिनों से एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठी मृतक की पत्नी मीना देवी ने धरना स्थल पर ऐलान किया कि अगर आरोपितो की गिरफ्तारी नहीं होती है तो वह धरना स्थल पर ही आत्मदाह करेगी।
मुख्यमंत्री शर्मा को इस मामले में संज्ञान लेकर परिजनों की मांगों को मानना चाहिए
वहीं सोमवार को धरना स्थल पर सांसद व आरएलपी के संयोजक हनुमान बेनीवाल भी पहुंचे। हनुमान बेनीवाल ने कहा कि सरकार संवेदनहीन है। सरकार इस वर्ग का शोषण करना चाहती है। बीजेपी की राजस्थान और दिल्ली की सरकार एससी-एसटी वर्ग को दूसरे नजरिए से देखती है।
उन्होंने कहा कि यह राजस्थान सरकार और जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की असफलता है कि पुलिस का पुलिस पर से भरोसा उठ जाए। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को तुरंत इस मामले में संज्ञान लेकर परिजनों की मांगों को मानना चाहिए।
गौरतलब है कि मृतक हैड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा ने 22 अगस्त को भांकरोटा थाने की चौकी में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड नोट में उन्होने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जगदीश व्यास, एसीपी अनिल शर्मा, निरीक्षक आशुतोष सिंह और स्थानीय पत्रकार कमल देगड़ा पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। घटना के बाद परिजनों ने आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव लेने से इनकार करते हुए मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए थे।