जयपुर। भांकरोटा थाने में तैनात हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा के आत्महत्या के मामले में लगातार धरना प्रदर्शन के आठ दिन बाद सरकार ने एक्शन लिया है। साथ ही इस मामले में एएसपी जगदीश व्यास और एसीपी अनिल शर्मा को एपीओ कर दिया गया है। वहीं एसआई आशुतोष को सस्पेंड कर दिया गया है। प्रशासन और परिवार के बीच वार्ता में सात शर्ताे पर सहमति बन गई है।
इसके बाद परिवार ने बाबू लाल के शव अंतिम संस्कार किया। घटना के सामने आने के बाद से परिजन सहित अन्य लोग एसएमएस अस्पताल मुर्दाघर के बाहर प्रदर्शन कर धरने पर बैठे थे। धरना स्थल पर विपक्ष के नेता,विधायक सहित अन्य लोग भी परिवार के समर्थन में पहुंचे थे। इस दौरान सरकार और धरने पर बैठे परिजनों के साथ कई दौरे की वार्ताएं चली, लेकिन सहमति नहीं बन पा रही थी।
पुलिस के अनुसार मंगलवार को बाबूलाल की पत्नी, उसका बेटा और समाज के लोग सचिवालय पहुंचे। यहां एसीएस होम, डीजीपी राजस्थान सहित कई अधिकारियों की मौजूदगी में बैठक हुई। परिवार की ओर से दी गई शर्तों को सरकार ने मान लिया हैं। सरकार और परिवार के बीच सात शर्तों पर सहमति बनी है। शर्तों के अनुसार प्रकरण के अनुसंधान के लिए एक एसआईटी टीम का गठन अपराध शाखा अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दिनेश एमएन के नेतृत्व में की जाएगी। पुलिस विभाग की तरफ से स्वैच्छिक आर्थिक सहयोग की प्रक्रिया मंगलवार से ही शुरू कर दी जाएगी। एक महीने के अन्दर पूर्ण कर ली जाएगी।
मृतक हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा के सेवा परिलाभ जो लगभग 55 लाख रुपए है। पेंशन आदि की कार्रवाई तुरंत शुरू करवाई जाएगी। बाबूलाल बैरवा के बेटे तनुज गोठवाल को अनुकम्पा नियुक्ति दी जाएगी। बाबूलाल बैरवा की बेटी को जयपुर में ही संविदा पर शीघ्र ही नियुक्ति दी जाएगी। बाबूलाल बैरवा की बेटी साक्षी गोठवाल (23) को पुलिस परिवार के द्वारा गोद लिया जाएगा। इनकी शिक्षा से लेकर विवाह तक की जिम्मेदारी पुलिस विभाग द्वारा वहन की जाएगी। इसके अलावा परिवार द्वारा पार्थिव शरीर के पंचनामा, पोस्टमार्टम एवं दाह-संस्कार की प्रक्रिया मंगलवार को परी करने पर सहमति बनी है।
गौरतलब है कि भांकरोटा थाने के मालखाने के इंचार्ज हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा (50) ने 20 अगस्त की सुबह परिवार, भांकरोटा थाना और अधिकारियों के वॉट्सऐप ग्रुप में सुसाइड नोट शेयर किया था। इसके बाद बाबूलाल की तलाश शुरू की गई थी। पता चला कि वह मुकुंदपुरा चौकी पर था। यहां शव फंदे से लटका मिला था। मृतक के पास 6 पेज का एक सुसाइड नोट मिला था। सुसाइड नोट में एएसपी जगदीश व्यास, एसीपी अनिल शर्मा, एसआई आशुतोष व पत्रकार कमल देगड़ा पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था।