जयपुर। वर्तमान समय में कैंसर की बीमारी विश्व में भयानक रूप ले चुकी है, विशेषत भारत में यह मौत के सबसे प्रमुख कारणों में से एक है। जो आज भी चिंता का कारण बना हुआ है। वर्तमान में हृदयाघात के बाद सबसे ज्यादा मौतें कैंसर से हो रही हैं। विश्व में इसकी आक्रामकता को देखते हुए और लोगों को जागरूक करने हेतु कैंसर को लेकर जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। जिसके तहत हर वर्ष 4 फरवरी को विश्व-भर में विश्व कैंसर जागरूकता दिवस मनाया जाता है।
भारत में जितनी तेजी से यह बीमारी फैल रही है उस हिसाब से देश में इसके उपचार की व्यवस्था नहीं हैं। बीमारी से बचने का सबसे बेहतर तरीका यह है कि इसके प्रति जागरूकता लाई जाए। कैंसर के संभावित लक्षणों एवं इससे बचाव के प्रति जागरूकता से कैंसर का प्राथमिक स्तर पर ही इलाज संभव हो सकता है, जिससे शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक रूप से कम हानि होगी। अगर इसका पता देर से चलता है तो उपचार मुश्किल और महँगा हो जाता है।
रविवार को मणिपाल हॉस्पिटल व लॉयन्स इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3233ई1 ने कैंसर जागरूकता के लिए हेल्थ टॉक का आयोजन किया। जिसमें जयपुर के सौ से अधिक लोगों ने भाग लिया।
डॉ. दिपक कुमार शुक्ला मेडिकल ऑकोलॉजिस्ट व डॉ. विजय यादव सर्जिकल ऑकोलॉजिसट मणिपाल हॉस्पिटल ने बताया की राजस्थान व आस पास के क्षेत्र में सबसे आम कैंसर सिर और गर्दन का कैंसर है दूसरे नबंर पर जयपुर और आसपास के क्षेत्रों में फेफड़ों का कैंसर आता है।
पुरुषों में सबसे आम कैंसर – सिर और गर्दन का कैंसर और फेफड़ों है जिसका मुख्य कारण तम्बाकु का सेवन है। ज्यादातर लोग तंबाकू का सेवन या तो चबाकर या धूम्रपान करके कर रहे हैं। इससे बचने के लिए तंबाकू का सेवन पूरी तरह से बंद करना और नियमित शारीरिक व्यायाम व उचित संतुलित आहार के साथ स्वस्थ जीवन शैली का पालन करना सबसे महत्वपूर्ण है।
उन्होंने बताया कि महिलाओं में होने वाले कैंसर में सबसे ज्यादा सर्वाइकल कैंसर है इससे बचने के लिए महिलाओं को एचपीवी का टीका लगवाना जरूरी है। एचपीवी वैक्सीन लेने की सबसे सही उम्र 14-15 साल की उम्र है और हर महिला को 30 साल की उम्र से पहले एचपीवी का टीका लगवाना चाहिए जो सर्वाइकल कैंसर से बचाव में महत्वपूर्ण सिद्ध होता है।