जयपुर। प्रदेश में लगातार तेज बारिश का दौर जारी है। शुक्रवार को जयपुर सहित करीब 20 से ज्यादा शहरों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई। अजमेर, ब्यावर, भीलवाड़ा, बीकानेर, नागौर,पाली और राजसमंद में भारी बारिश दर्ज की गई। सबसे ज्यादा बारिश बीकानेर के कोलायत में 195 मिमी बारिश दर्ज की गई। लो प्रेशर के प्रभाव से दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में 3 अगस्त से भारी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की प्रबल संभावना है।
तंत्र का सर्वाधिक प्रभाव 4-5 अगस्त को राज्य के दक्षिणी-पूर्वी व पश्चिमी भागों में दर्ज होने की प्रबल संभावना है। इस दौरान कोटा, उदयपुर संभाग में 4 अगस्त को कहीं-कहीं भारी से अतिभारी बारिश व एक दो स्थानों पर अत्यंत भारी बारिश (200 मिमी से अधिक) होने की प्रबल संभावना है। इस दौरान जयपुर, अजमेर, जोधपुर व बीकानेर संभाग के कुछ भागों में 4 से 6 अगस्त के दौरान कहीं-कहीं भारी व कहीं-कहीं अति भारी बारिश होने की प्रबल संभावना है।
जलसंसाधन विभाग के अनुसार अजमेर के पीसागंन में 160, मांगलियावास में 140, पुष्कर में 80, ब्यावर के मसूदा में 178, ब्यावर में 156, टाटगढ़ में 120, बदनोर में 75, बिजयनगर में 65, भीलवाड़ा के बागौर में 85, ज्ञानगढ़ में 77, रायपुर में 71, हुरड़ा में 70 और करेड़ा में 69, नागौर के देह में 110, रियाबाड़ी में 102, खींवसर में 97, नागौर में 92, मेडतासिटी में 91 और सांजू में 66, पाली के मारवाड़ा जक्शन में 88 और सोजत में 55 तथा राजसमंद के भीम में 143, देवगढ़ में 95 और गडमौर में 73 मिमी बारिश दर्ज की गई।
अजमेर, बीकानेर व जोधपुर संभाग भारी बारिश संभव
मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को अजमेर, भीलवाड़ा, जयपुर, सीकर, कोटा, चित्तौड़गढ़, डबोक, बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, चूरू, बारां, डूंगरपुर, संगरिया, जालौर, सिरोही, दौसा, सवाईमाधोपुर, माउंट आबू सहित अन्य स्थानों पर बारिश हुई। मौसम विभाग ने अगस्त से सितंबर माह में देश ही अपितु प्रदेश में भी औसत से ज्यादा बारिश होने का अनुमान जताया है। अगस्त के अंत में मानसून के मौसम के दूसरे भाग में ला नीना विकसित होने की संभावना है। आगामी 24 घंटों के दौरान अजमेर, बीकानेर व जोधपुर संभाग के कई जिलों में मानसून सक्रिय रहने तथा कहीं-कहीं भारी व कहीं अति भारी बारिश होने की प्रबल संभावना है। झारखंड के ऊपर कम दबाव का एक क्षेत्र बन गया है। इसके अगले 48 घंटों में और तीव्र होने तथा मध्यप्रदेश से होकर राजस्थान की ओर आगे बढ़ने की प्रबल संभावना है।
चार साल बार बही ढूंढ़ नदी
जयपुर में दो दिन से लगातार हो रही बारिश से ढूंढ नदी बहने लगी है। इससे पहले 15 अगस्त 2020 में आई तेज बारिश के बाद ढूंढ नदी में पानी आया था। ढूंढ नदी में कानोता बांध के साथ उसके आस-पास के इलाकों का पानी आता है। तेज बारिश के बाद कानोता बांध पर चादर चल रही है। इसके अलावा इंदिरा गांधी नगर सहित अन्य इलाकों और कानोता बांध पर चादर चलने से नदी में पानी आने लगा है। कानोता बांध ढूंढ नदी पर ही बना हुआ है। ढूंढ नदी में आए पानी को देखने के लिए कई स्थानों पर लोग लोग जमा हो गए।
जयपुर में 90 मिमी बारिश, कई जगहों पर भरा पानी
जयपुर में लगातार तेज बारिश का दौर जारी है। गुरुवार रात से शुक्रवार शाम तक जयपुर शहर में 90 मिमी बारिश दर्ज की गई। बारिश से कई स्थानों पर निचली बस्तियों में पानी भर गया। वहीं रात को सड़कों पर पानी भर गया। इससे वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। नगर निगम के साथ जेडीए और पुलिस प्रशासन रातभर बचाव राहत कार्यो में जुटे रहे। शहर में बने कई अंडरपास में पानी भर गया और वाहन बंद पड़ गए।
पुलिस ने इन वाहनों को बाहर निकाला और उन रास्तों को बंद कर दिया। हाल ही में जेडीए द्वारा लक्ष्मी मंदिर तिराहे पर बनाए गए अंडरपास में भी पानी भर गया। पुलिस ने यहां पर यातायात बंद कर उन्हें दूसरे मार्गो से निकाला। अंडरपास में पानी भरने की घटना ने इसके निर्माण कार्य पर सवाल खड़ा कर दिया है। जयपुर शहर ही नहीं उसके आस-पास के ग्रामीण इलाकों में खेतों में पानी भर गया।