जयपुर। श्री राम मंदिर प्रन्यास ,श्री सनातन धर्म सभा के तत्वावधान में प्रदेश का सबसे विशाल दशहरा महोत्सव स्थानीय आदर्श नगर के दशहरा मैदान में शनिवार को आयोजित किया गया। रावण का विशालकाय पुतला 105 फीट का और कुंभकर्ण का पुतला 90 फीट का बनाया गया था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री जन लाल शर्मा का स्वागत कार्यक्रम के संयोजक राजीव मनचन्दा और महामंत्री अनिल खुराना ने किया ।विशिष्ट अतिथि महापौर कुसुम यादव , विधायक कालीचरण सराफ विधायक रफीक खान विशेष आमंत्रित विवेक लड्ढा ,भाजपा नेता अशोक परनामी , सरदार अजय पाल सिंह ,रवि नय्यर क्षेत्रीय पार्षद गण स्वाति परनामी ,ऋतु मोतियानी ,नीरज अग्रवाल का स्वागत संस्था के पदाधिकारियों ने किया।
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों को विजय दशमी महोत्सव की बधाई दी।उन्होंने कहा कि यह पर्व पूरे देश ही नहीं अपितु पूरे विश्व में उल्लास के साथ मनाया जाता है ।अधर्म पर धर्म की , असत्य पर सत्य ,बुराई पर अच्छाई ,अत्याचार पर सदाचार की विजय का पर्व है । पांच सौ वर्षों के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर बना है ।अयोध्या दुनिया का सबसे बड़ा सांस्कृतिक केंद्र बना है ।हमारे ऋषियों ने जो रामराज्य की कल्पना की थी हम उसी तरफ बढ़ रहे हैं । मैं सभी के मंगल कल्याण की भगवान से प्रार्थना करता हूं।
इस बार आतिशबाजी का विशेष आयोजन किया गया था।आतिश बाजी में नियाग्रा फॉल के जैसा नज़ारा था । कई रंगों के झरने बहने लगे।सावन भादो में जैसे आसमान से पानी की बूंदें बरसती हैं ऐसे ही आतिश बाज़ी की छोटी छोटी बूंदें बरसने लगीं आसमान में स्टार वार जैसा नज़ारा था ।बीच बीच में फलक से अशर्फियां बरसने लगीं ,ज़मीन से सुनहरी अनार फूटने लगे थे।धूमकेतु जैसा नजारें को देख सब चहकने लगे ।हवाई मछलियां आकाश पर पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण दौड़ने लगीं ।कहीं कहीं आसमानी आक्टोपस रंगीनियां बिखरते दिखे ।बांस पर घूमती चकरियां आकर्षण का केंद्र रहीं।
ज़मीन से लाल ,हरी ,नीली, पीली हवाइयां छूटीं तो आसमान रंगीन हो उठा ।आसमान में रंगीन सितारों का समूह दिखा ,फूलों के गुलदस्ते खिलते दिखे । यह नजारा देख छोटे छोटे बच्चों के मुख से किलकारी निकली।नवयुवक और नवयुवतियां खुशी व्यक्त कर सेल्फी लेने में व्यस्त थे हजारों व्यक्ति मोबाइल से फोटो खींचने में व्यस्त थे ।
रावण दहन के समय रावण की आंखों से शोले और मुंह से आग के गोले निकले।रावण की नाभि और सर से अग्नि चक्र निकला। रावण की तलवार से सुनहरी चिंगारियां फूटने लगीं । लाखों लोग इस रावण दहन के कार्यक्रम को देखने जुटे । इससे पूर्व मध्यान्ह तीन बजे श्री राम मंदिर से शोभायात्रा आरंभ हुई,जिसमें लवाजमें के साथ भगवान राम और लक्ष्मण के स्वरूप विराज मान थे। महेंद्र बैंड भक्ति संगीत की स्वर लहरियां बिखेरते चल रहा था।
शोभायात्रा राम मंदिर से पंचवटी सर्किल ,राजापार्क चौराहा , ध्रुव मार्ग,श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर,श्री कृष्ण परनामी मंदिर,श्री कृष्णा मंदिर , बीस दुकान ,स्वामी नंदराम मंदिर ,स्वामी गंगादास मंदिर ,बर्फ खाना ,मामा की होटल,पुलिया नंबर 1 से होती वापिस दशहरा मैदान पहुंची । रास्ते में व्यापार मंडलों ने शोभायात्रा का स्वागत किया । समिति के केशव बेदी ,रवि सचदेव ,संजय आहूजा ,अश्वनी बैरी और तुलसी संगतानी सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने व्यवस्था संभाली ।
रावण दहन के पश्चात भगवान राम का राजतिलक श्री राम मंदिर में हुआ । बच्चों के लिए झूले और खाने पीने की स्टॉल्स मेला स्थल पर थीं। मंच संचालन अनिल खुराना ने किया।