जयपुर। गांधी नगर थाना इलाके में स्थित झालाना डूंगरी में धर्म परिवर्तन की बात को लेकर स्थानीय लोगों ने थाने का घेराव किया। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने धर्म परिवर्तन करवाने वाले पति-पत्नी को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने शनिवार को दोनो को न्यायालय में पेश किया । जहां से न्यायालय ने दोनो को जमानत पर रिहा कर दिया।
गौरतलब है कि झालाना डूंगरी निवासी सुमित्रा देवी (39) के यहां जमवारामगढ निवासी मुकेश रैगर (45) व उसकी धर्म पत्नी सुप्यारी (42) पहुंचे और ईशा मसीह के बारे में बताकर उससे प्रार्थना करने और घर में लगी सभी देवी-देवाओं की तस्वीर हटाने के लिए कहा। सनातन धर्म को दोनो ने ढ़गोसला बताते हुए ईशा मसीह पर विश्वास करने की बात कहते हुए धर्म परिवर्तन करने पर जोर डाला। आरोपी पति-पत्नी ने जबरन सुमित्रा के गले में क्रॉस का लोकेट डाल दिया।
आर्थिक स्थिति अच्छी करने का दिया आश्वासन
मुकेश रैगर और उसकी पत्नी ने सुमित्रा पर मानसिक व शारीरिक दबाव डालते हुए कहा कि ईसाई समाज आपके साथ है। ईसा मसीह से प्रार्थना करने पर तुम्हारे सारे कष्ट दूर हो जाएंगे और आर्थिक स्थिति काफी अच्छी हो जाएंगी।तुम ईसाई धर्म अपना लो । पैसे की तंगी भी खत्म हो जाएगी।
बेटे ने दी कॉलोनिवासियों को धर्म परिवर्तन की सूचना
सुमित्रा पर मानसिक व शारीरिक दबाव को देखते हुए उसके बेटे आकाश ने मामले की जानकारी अपने पड़ौसियों को दी। जैसे ही मुकेश रैगर व उसकी धर्म पत्नी प्रार्थना करवा कर घर से निकले पड़ौसियों ने पति-पत्नी को दबोच लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस पूछताछ में नाम,पत्ता बताया गलत
थाने का घेराव होने के बाद पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज कर दोनो से पूछताछ की तो दोनो ने अपना नाम पत्ता गलत बताया। लेकिन पुलिस सत्यापन में दोनो की पोल खुल गई। पूछताछ में मुकेश ने बताया कि वो सुमित्रा को काफी पहले से जानता है ईसा मसीह की प्रार्थना करवाने के लिए आया था। पुलिस ने दोनो को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हे जमानत पर रिहा कर दिया गया।