जयपुर। बॉक्सिंग को मैंने नहीं, बॉक्सिंग ने मुझे चूना। ये कहना है ओलम्पिक में भारत की ओर से प्रतिनिधित्व करते हुए देश को बॉक्सिंग में पहली बार पदक दिलाने वाले बॉक्सर विजेन्द्र सिंह का। वे शनिवार को स्वामी केशवानंद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एसकेआईटी) के पच्चीसवें वार्षिकोत्सव समारोह ’प्रवाह 2025 – अतुल्य भारत’ में बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित हुए थे।
इस अवसर पर विजेंद्र सिंह ने संबोधित करते हुए अपने संघर्ष की कहानी बयां की और बताया कि कैसे एक छोटे से गांव से निकलकर ओलम्पिक तक का सफर तय किया। जयपुर से विशेष प्रेम एवं लगाव की बात कहते हुए उन्होंने बताया कि 2004-05 के दौरान जयपुर रेलवे में ही टिकट कलेक्टर के रूप में पहली नौकरी की थी, इसके बाद ही एक विजन देखा और उसे साकार किया। उन्होंने कहा कि बॉक्सिंग सेटअप की शुरुआत भी जयपुर से ही करूंगा।
आयोजन के दौरान प्रेम लोछब (आईआरएसईई अधिकारी) अध्यक्षीय अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। समारोह के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी गई, इसके बाद तीन दिवसीय इंटर-कॉलेज स्पोर्ट्स फेस्ट ’आवेग-2025’ का शुभारंभ हुआ। समारोह में कॉलेज के चेयरमैन सूरजाराम मील, वाइस चेयरमैन अनिल बाफना, डायरेक्टर जयपाल मील, डायरेक्टर अकादमिक प्रो. एस.एल. सुराना, रजिस्ट्रार रचना मील और डीन प्रो. आर.के. जैन समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे एवं उन्होंने अतिथियों का स्वागत किया।
निराश ना हो, शुरूआत कभी भी संभव
ओलम्पिक पदक विजेता विजेन्द्र सिंह ने स्टूडेंट्स को मोटिवेट करते हुए कहा कि कभी भी निराश ना हो, शुरूआत कहीं से भी की जा सकती है। बूरा वक्त भी ऐसे ही निकल जाएगा, जीवन को एंजॉय कीजिए। उन्होंने कहा कि अगर आप किसी को देखते हैं एवं वैसा ही बनना चाहते हैं, तो कहीं ना कहीं मोटिवेशन मिल ही जाता है। उन्होनें पहले हॉकी फिर एथलेटिक्स से शुरूआत करने पर आने वाली आर्थिक समस्याओं का किस्सा सुनाया, फिर बॉक्सिंग का रूख किया। उन्होंने अपने कॅरिअर में विभिन्न ओलम्पिक के दौरान के किस्से, बॉलीवुड में काम समेत अन्य वाक्ये सांझा करते हुए स्टूडेंट्स को मोटिव किया।
40 से अधिक कॉलेज ने की शिरकत
स्पोर्ट्स फेस्ट में पूरे राज्य के 40 से अधिक कॉलेजों के छात्र शामिल हुए। स्टूडेंट्स में खेल का जोश और प्रतिस्पर्धा का माहौल देखने को मिला। फेस्ट के पहले दिन बैडमिंटन, शतरंज, कैरम, रस्साकशी, कबड्डी, लॉन टेनिस, वॉलीबॉल, बास्केटबॉल और फुटबॉल सहित कई खेल स्पर्धाएँ आयोजित की गई, जिसमें छात्रों ने बढचढ कर हिस्सा लिया। स्पोर्ट्स फेस्ट का संचालन संयोजक अजीत सिहाग के साथ महेंद्र कुमार बेनीवाल, चंदन कुमार और अमृता भंडारी ने किया।