जयपुर। आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में रचना झांकी के साथ रंगो का उत्सव होली की मस्ती छाएगी। इस रचना झांकी में श्रीकृष्ण की विभिन्न लीला झांकियों के दर्शन होंगे। ठाकुर जी को गुलाल अर्पित करने के साथ ही गुलाल की पोशाक होली के रंगों का उल्लास बिखेरेगी ।मंदिर प्रांगण में रचना झांकी में श्रीकृष्ण की लीलाओं से जुड़ी झांकियों के दर्शन होंगे। इनमें बाल लीलाओं से लेकर महारास की लीलाएं शामिल है। 5 से 16 मार्च तक रचना झांकी का समय दोपहर साढ़े 12 से पौने 1 बजे तक रहेगा।
मंदिर प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि 17 से 19 मार्च तक होली उत्सव मनाया जाएगा। इसमें ठाकुरजी के समक्ष फाग के रंग बिखरें जाएगे। होली के गीतो की धमाल नजर आएगी। मंदिर परिसर में लठमार होली भी साकार होगी। जयपुर के विभिन्न कलाकार ठाकुर जी के समक्ष हाजिरी लगाऐंगे। मंदिर प्रांगण में दोपहर साढ़े 12 से शाम साढ़े 4 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपराह्न 3 से साढ़े 4 बजे तक रचना झांकी के दर्शन होंगे।
पुष्प फागोत्सव में होगी भजनों की अमृत वर्षा:
पुष्प फागोत्सव का विशेष कार्यक्रम 20 और 21 मार्च को होगा। भजन सम्राट बाल व्यास श्रीकांत शर्मा दोपहर एक से शाम 4:30 बजे तक भजनों की अमृत वर्षा करेंगे। कलाकार फाल्गुनी नृत्य की प्रस्तुतियां देंगे। कोलकाता, बरसाना और शेखावाटी के कलाकार पुष्प फागोत्सव में अपनी प्रस्तुतियों से चार चांद लगाएंगे। राधा-कृष्ण के स्वरूपों पर सत्संग भवन की छत से पुष्प वर्षा की जाएगी। कलाकार चंग, धमाल, बांसुरी वादन के साथ भजनों की स्वर लहरियां बिखेरेंगे।
होली पद अनुष्ठान 22 मार्च को
फागोत्सव में 5 मार्च को होली पद भजनामृत वर्षा अनुष्ठान का विशेष कार्यक्रम होगा। कोलकाता के पं. मालीराम शास्त्री दोपहर एक से शाम 4:30 बजे तक भजनों की स्वर लहरियां बिखरेंगे। भजनों के माध्यम से गोविंददेवजी को रिझाया जाएगा। इस बीच विशेष नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी।
ठाकुरजी संग भक्त खेलेंगे गुलाल होली:
गोविंददेवजी मंदिर में 24 मार्च को गुलाल होली का आयोजन होगा। ठाकुरजी राधेरानी के संग होली खेलते नजर आएंगे। इस खुशी में भक्त भी होली के रंग में सराबोर होंगे। मंदिर में भक्त भी ठाकुरजी के संग होली खेलते नजर आएंगे।