जयपुर। आईपीएल के टिकटों की लगातार कालाबाजारी हो रही है। पुलिस की जांच में सामने आया कि राजस्थान रॉयल्स से जुडे अधिकारी ही टिकट और पास ब्लैक कर रहे है। पिछले दिनों आईपीएल मैच के दौरान मैच पर सट्टा लगा रहे लोगों के साथ पास और टिकट ब्लैक में बेच रहे बाउंसरों में आपस में झगड़ा हो गया था। पुलिस ने इस लोगों को अरेस्ट किया था और उनसे पूछताछ में कई चौकाने वाली बातें सामने आई थी। इस टिकट और पास की कालाबाजारी को लेकर आईपीएल और राजस्थान रॉयल्स प्रशासन शुरू से ही इनकार करता आ रहा है।
पुलिस जांच में सामने आया कि जयपुर में दलालों के पास हर मैच के पास और टिकट बिकने के लिए आते हैं। दलालों को प्रति टिकट कमीशन दिया जाता है। इसके बाद दलाल ही बाजार में टिकटों को बेचकर उन लोगों को नकद भुगतान करते हैं, जिन्होंने उनको टिकट और पास दिए हैं। इंडियन प्रीमियर लीग में पास और टिकट ब्लैक करने का सारा काम स्टेडियम के अंदर से ही होता है। वहीं से ही पूरी चेन चल रही है। वहां बैठे कुछ लोग ब्लैक करने के लिए पास और टिकट हम जैसे लोगों को देते हैं।
इसकी एवज में हर टिकट पर 500 से 1000 रुपए का कमीशन दिया जाता है। राजस्थान रॉयल्स प्रबंधन की ओर से पूरे कॉम्प्लिमेंट्री पास नहीं बांटे जाते हैं। ऐसे में जो पास बच जाते हैं, वह राजस्थान रॉयल्स प्रबंधन और बुक माय शो के प्रतिनिधियों के पास फ्री में पहुंच जाते हैं। कई बार डिमांड बढ़ने पर फ्री कॉम्प्लिमेंट्री पास के लिए भी 2 से 3 हजार रुपए का भुगतान करना पड़ता हैं। इसके बाद हम इनको आगे बेचते हैं, जिसके लिए कमीशन मिलता है। हालांकि पुलिस प्रशासन भी इस पूरे प्रकरण को दबाने में जुटाने रहता है।
राजस्थान रॉयल्स की ओर से आईपीएलके हर मैच के 5000 से ज्यादा कॉम्प्लिमेंट्री पास राजनेताओं और अधिकारियों को वितरित किए जाते हैं। इससे पहले यह पास राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन को दिए जाते थे, लेकिन फिलहाल राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन को भंग कर दिया गया है। इसकी वजह से इस बार यह पास खेल मंत्री, खेल परिषद और सरकार के प्रतिनिधियों के साथ ही आला अधिकारियों तक पहुंच रहे हैं।
इसके साथ ही कुछ पास राजस्थान रॉयल्स प्रबंधन भी रखता है, जिन्हें फ्री में बांटा जाता है, लेकिन पिछले कुछ समय से इन फ्री पास को चार गुना रेट में बेचा जा रहा है। इसको लेकर अब पुलिस प्रशासन भी एक्टिव मोड में आ गया है। पुलिस प्रशासन ने टिकट ब्लैक रोकने के लिए स्पेशल फोर्स का गठन किया है, जो स्टेडियम के आस-पास के साथ ही शहर में टिकटों को ब्लैक करने वाले दलालों को पकड़ने का काम करेगी।