जयपुर। जगद्गुरु शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती सोमवार को जयपुर पहुंचे और शहर के प्रथम पूज्य मोतीडूंगरी गणेशजी के दर्शन किए। मोतीडूंगरी गणेश मंदिर के महंत कैलाश शर्मा ने उनकी अगवानी की। उन्होंने मंदिर के समृद्ध इतिहास और परंपराओं की जानकारी भी दी। महंत कैलाश शर्मा ने परंपरानुसार जगद्गुरु शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती का सम्मान किया और चुनरी ओढ़ाकर प्रसाद भेंट किया।
इस दौरान जगद्गुरु वासुदेवानंद सरस्वती ने भाव-विभोर होकर शहर के प्रथम पूज्य मोतीडूंगरी गणेशजी के दर्शन किए। दर्शन के बाद शंकराचार्य ने कहा कि गणेशजी के दर्शन कर देश और प्रदेश में सुख, शांति और समृद्धि की कामना की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोग समय-समय पर गणेशजी के दर्शन कर अपने मनोरथ पूरे करें। इनकी कृपा हमेशा सब पर बनी रहे।
जामनगर जाते समय जयपुर में रुके
मोतीडूंगरी गणेश मंदिर के महंत कैलाश शर्मा ने बताया कि जगद्गुरु शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती आगामी दिनों में जामनगर प्रवास पर रहेंगे। इस दौरान उनका जयपुर आने का कार्यक्रम बना। वह मोतीडूंगरी गणेश मंदिर दर्शन करने पधारे। परंपरा के अनुसार उनका स्वागत और सम्मान किया गया। गौतलब है कि जगद्गुरु वासुदेवानंद सरस्वती बद्रीनाथ स्थित ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य हैं। वह भगवान राम मंदिर प्रबंधन न्यास अयोध्या के सदस्य भी हैं।
मंदिर में कड़ी रही सुरक्षा व्यवस्था
जगद्गुरु शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती शाम को करीब साढ़े 5 बजे मोतीडूंगरी गणेश मंदिर पहुंचे. इस दौरान मंदिर परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही, वे करीब 25 मिनट तक मंदिर में रुके और मंदिर के बारे में जानकारी ली।