जयपुर। राजधानी में श्री अग्रवाल समाज सेवा समिति, जयपुर के चुनाव लगभग 7 वर्षों बाद होने जा रहे है, यह चुनाव 19 मई को संपन्न होगे, जिसमें 41 हजार अग्रवाल समाज के मतदाता 60 प्रतिनिधियों का चयन करेगे, मंगलवार, 30 मई को नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख थी। इस प्रक्रिया के दौरान कुल 196 प्रत्याशियों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल कर अपनी उम्मीदवारी दिखाई। 03 मई को नाम वापस लेने की आखिरी तारीख है, जिसके बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी की कितने प्रत्याशी चुनाव लड़ेगे, प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान अध्यक्ष चंद्र प्रकाश भाड़े वाले, श्री अग्रसेन कल्याण बोर्ड राजस्थान सरकार के पूर्व अध्यक्ष राकेश गुप्ता और अग्रवाल समाज समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी रहे आनंद गुप्ता द्वारा ग्रुप तैयार कर 60 प्रत्याशियों के अतिरिक्त भी नामांकन दाखिल करवाएं गए है और 5 प्रत्याशियों ने बिना किसी ग्रुप के नामांकन दाखिल करवाएं है।
वोटिंग 19 मई को सी-स्कीम के महावीर स्कूल में
श्री अग्रवाल समाज सेवा समिति जयपुर की नवीन कार्यकारिणी के लिए चुनाव 19 मई 2024 को सी – स्कीम स्थित महावीर स्कूल में डाले जाएंगे। जिसमें राजधानी जयपुर के 41 हजार समाज बंधु मतदान कर 60 सदस्यों के लिए वोटिंग करेगें।
अरविंद अग्रवाल, आशीष अग्रवाल, कैप्टन लवेश गोयल, कृष्ण कुमार सिंघल और मुकेश गुप्ता ने भी जमा करवाएं नामांकन पत्र, पहली बार लड़ेंगे चुनाव
अग्रवाल समाज सेवा समिति जयपुर की नवीन कार्यकारिणी के कुल 60 पदों के लिए होने वाले चुनाव में समाज का युवा वर्ग भी सक्रिय होता नजर आ रहा है। इस बार के चुनाव में जहां 60-60 प्रत्याशियों के तीन पैनल तैयार हो रहे है वही कुछ प्रत्याशी ऐसे भी है जो बिना किसी पैनल के चुनाव लड़ रहे है, बिना पैनल के चुनाव लड़ने वाले अधिकतर प्रत्याशी जयपुर अग्रवाल समाज का चुनाव पहली बार लड़ रहे है, जिसमें शिक्षाविद् और संयुक्त अभिभावक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल, युवा समाज सेवी आशीष अग्रवाल, टोंक रोड़ अग्रवाल समाज समिति के पूर्व महामंत्री कैप्टन लवेश गोयल, टोंक रोड़ समाज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार सिंघल एवं वरिष्ठ पदाधिकारी मुकेश गुप्ता है जो पहली बार जयपुर अग्रवाल समाज का चुनाव लड़ने जा रहे है।
प्रत्याशी आशीष अग्रवाल ने कहा की वर्तमान दौर में बेटे – बेटियों के रिश्ते होने का गहरा अभाव है, खासकर लड़कों के साथ लड़कों की उम्र लगातार बढ़ती जा रही है किंतु समाज में लड़कियां होते हुए भी रिश्ते नही हो रहे है, एक दौर था जब समाज में केवल एक जुबान पर रिश्ते हो जाया करते थे, किंतु आज के दौर में उसी जुबान पर रिश्ते टूटने लगे है, जिस पर समाज के पदाधिकारियों और वरिष्ठजनों को ध्यान देने की आवश्यकता है। अगर समाज हमें अवसर देगा तो हम इस विषय पर प्रमुखता देगे। इसके अतिरिक्त समाज में युवाओं को बेरोजगारी का भी सामना करना पड़ रहा है, शिक्षा की उचित व्यवस्थाएं समाज के प्रतिनिधियों को नही मिल रही है, धरोहरों का संरक्षण नही हो रहा है इसके अतिरिक्त समाज के अन्य मुद्दे है जिसको लेकर समाज में कार्य करने की आवश्यकता है जिसकी बदौलत समाज एकजुट हो सकता है उन कार्यों लेकर हम समाज के बीच जा रहे है। हमें उम्मीद है समाज हमें अवसर प्रदान करेगा।