जयपुर। जवाहर कला केन्द्र और राजस्थान फोटो फेस्टिवल की सहभागिता में आयोजित नज़र फोटोग्राफी एग्जीबिशन में शनिवार को फोटोग्राफी पर विशेषज्ञों ने विचार रखे। ‘क्रिएटिविटी थ्रू फोटोग्राफी’ विषय पर केन्द्र की ओर से हुए संवाद प्रवाह में फोटो आर्टिस्ट और लेखक महेश स्वामी, फोटोग्राफर चिंटू पाठक व ई. अभिषेक कुमावत कला प्रेमियों से रूबरू हुए। लेखक और अभिनेता तपन भट्ट ने सत्र का मॉडरेशन किया।
फोटोग्राफी के तकनीकी पहलू पर प्रकाश डालते हुए महेश स्वामी ने कहा कि अच्छी फोटो खींचने के लिए लाइट की समझ बहुत जरूरी है। दृष्टिकोण और धैर्य को बैलेंस करने वाला शख्स कैमरे से परफेक्ट फोटो हासिल कर सकता है। उन्होंने कहा कि कैमरे का एक सेकंड का क्लिक इंसान जिंदगी भर संजोता है, कैमरा सबसे बड़ा टीचर है जो प्रकृति के रहस्य को जानने का जरिया है। अच्छी फोटोग्राफी में 50 फीसदी कैमरे का तो 50 फीसदी मानवीय दृष्टिकोण का रोल है, भविष्य में फोटोग्राफी ही प्रभावशाली भाषा होगी।
एमबीए करने के बाद अपने पैशन को फॉलो करते हुए फोटोग्राफर बने चिंटू पाठक ने बताया कि छठी कक्षा में पहली बार फोटो खींची उसके बाद अलग सा जुड़ाव महसूस किया। उन्होंने बताया कि फोटोग्राफी एक जुनून है, बड़े होने पर उन्होंने अपनी कार बेचकर कैमरा खरीदा और अपने सफर पर निकल गए। अभिषेक कुमावत ने बताया कि थ्री ईडियट मूवी से प्रेरित होकर उन्होंने अपनी रुचि अनुसार फोटोग्राफी को चुना।