जयपुर। विश्व कल्याण और विश्व शांति के लिए हरमाड़ा में नव कुंडीय शतचंडी महायज्ञ से पूर्व ठाकुरजी के मंदिर से कलश यात्रा निकाली गई। गाजेबाजे के साथ निकली कलश यात्रा में 551 महिलाएं सिर पर कलश लेकर मंगल गीत गाती चल रही थीं। मार्ग में जगह-जगह पुष्प वर्षा कर कलश यात्रा का स्वागत किया गया।
मीडिया प्रभारी सी पी गहलोत ने बताया कि विभिन्न मार्गों से होते हुए कलश यात्रा यज्ञ स्थल संतोषी-बीजासन माता मंदिर पहुंची। यहां मंदिर पुजारी बबलू सैनी, महामण्डलेश्वर श्रीराम शरणदास महाराज, महंत श्यामदास महाराज, यज्ञाचार्य पं. राकेश शास्त्री ने पूजा-अर्चना कर कलश यात्रा की अगवानी की। शनिवार से यहा नित्य हवन होगा। भंडारे का आयोजन 22 फरवरी को किया जाएगा। संपत्ति देवी सैनी, रणजीत सैनी सहित अन्य उपस्थित थे।