जयपुर। करणपुर विधानसभा चुनाव के लिए चौसर बिछ चुकी है। कांग्रेस प्रत्याशी गुरमीत सिंह कुन्नर का अचानक निधन होने से चुनाव टल गया था। इस सीट पर चुनाव 5 जनवरी को होंगे। कांग्रेस ने इस चुनाव में उनके पुत्र रूपिंदर सिंह कुन्नर को प्रत्याशी बनाय है। वहीं बीजेपी से सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को प्रत्याशी बनाया है। बीजेपी को जहां इस सीट को जीतने की पूरी उम्मीद है वहीं कांग्रेस भी सहानुभूति लहर के जरिए जीतने की उम्मीद लगाए बैठै हैं।
वहीं सहानुभूति लहर का उनको फायदा कम ही मिलता नजर आ रहा है। इसके पीछे कारण बताए जा रहे हैं कि अपने हठधर्मिता स्वभाव के लिए जाने जाते हैँ। आम जन उनके इस स्वभाव से भली भांति परिचित है, इसलिए सिर्फ सहानुभूति के चलते उनको वोट मिलना मुश्किल है। इसलिए वह अपनी मां के चेहरे पर वोट मांग रहे हैं। आमजन में उनके स्वभाव की नकारात्मक छवि को कांग्रेस पहले से जानती थी और उसका निश्चित नुकसान उन्हें चुनाव में हो सकता है, लेकिन सिंपैथी वाले फार्मूले के आधार पर उनको टिकट दिया गया।
इसके अलावा रूपिंदर पर उस दौरान रूबी टैक्स वसूलने का भी आरोप है, जिसको लेकर क्षेत्रवासियों में आज भी रोष व्याप्त है। आम आदमी पार्टी ने अपना प्रत्याशी पृथ्वी पाल सिंह संधू को बनाया है जो कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रह चुके हैं और भारी संख्या में कांग्रेस के वोटों में सेंधमारी करेंगे। पिछले चुनाव में ये नंबर 2 पर रहे। इस बार विश्नोई और किसानों में उनका अच्छा वोट बैंक है। पृथ्वी चुनाव प्रचार में किन्नर पर हमलावर भी हैं और लगातार कांग्रेस प्रत्याशी के अपराधिक मामलों पर कटाक्ष भी कर रहे हैं।
मिस्टर क्लीन छवि वाले नेता, 1994 से राजनीति में सक्रिय
बीजेपी ने 1994 से राजनीति में सक्रिय सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को प्रत्याशी बनाया है। टीटी मिस्टर क्लीन छवि के नेता माने जाते हैं। आम लोगों के बीच उनकी काफी पैठ है। टीटी बीजेपी के वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं में शामिल है। बता दें कि वह 1994 में कैबिनेट रैंक के साथ राजस्थान वेयरहाउसिंग के अध्यक्ष रहे। भजन लाल शर्मा सरकार में राज्यमंत्री बनने से पहले वसुंधरा राजे सिंधिया सरकार में कृषि मंत्री (2003-2008) रहे। इसके बाद खान और पेट्रोलियम मंत्री (2013-2018) के रूप में कार्य किया।
बीजेपी के मास्टर स्ट्रोक से कांग्रेस सकते में
बीजेपी ने करणपुर विधानसभा के चुनाव परिणाम से सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को राज्य मंत्री बना दिया है। पार्टी के इस दांव से कांग्रेस सकते में हैं, कांग्रेस समझ नहीं पा रही है कि क्या करें। कांग्रेस ने इसको लेकर काफी हंगामा कर रही है। कांग्रेस चुनाव आयोग तक शिकायत करने पहुंची है और नियम कायदों को हवाला देकर इसे गैर संवैधानिक बता रही है वहीं बीजेपी इस मुद्दे से बड़ा दांव चल गई है, क्योंकि चुनाव नतीजों से पहले मंत्री देकर बीजेपी ने करणपुर की जनता का दिल जीत लिया है अब पार्टी चुनाव भी जीत सकती है। देश के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी उम्मीदवार को चुनाव जीतने से पहले ही राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई।
टीटी के सामने कांग्रेस ने गुरमीत के बेटे रुपिंदर को उतारा
5 जनवरी को होने वाले मतदान के लिए टीटी के सामने कांग्रेस की तरफ से रुपिंदर सिंह कुन्नर को उम्मीदवार बनाया गया है। चुनाव से पहले गुरमीत सिंह की मृत्यु हो गई थी। जिसके कारण करणपुर के चुनाव स्थगित हो गए और 25 नवंबर को 199 विधानसभा सीटों के लिए ही मतदान हुआ। अब 5 जनवरी को इस विधानसभा सीट के लिए मतदान होने हैं। इधर, सुरेंद्र पाल सिंह टीटी के मंत्री बनाए जाने के बाद कांग्रेस के मुसीबतें बढ़ गई है। कांग्रेस के नेता इसका पुरजोर तरीके से विरोध करने पर उतर आए हैं।