जयपुर। बैसाखी और खालसा सिरजना दिवस के उपलक्ष में जयपुर के विभिन्न गुरुद्वारा में कीर्तन दीवानों का आयोजन किया गया। गुरुद्वारा वैशाली नगर के प्रधान सरदार सर्वजीत सिंह माखीजा ने बताया कि आज सुबह भाई अरविंदर सिंह धामी, हजूरी रागी श्री दरबार साहिब, अमृतसर वालों ने आसा दी वार का पाठ किया।
उन्होंने “पीवो पाहुल खंडे धार होए जन्म सुहेला वाह वाह गोबिंद सिंह आपे गुरु चेला”, “हर अमृत पान करो”, “अमृत नाम निधान है मिल पीवहु भाई” उन्होंने इसकी व्याख्या करते हुए बताया कि – प्रभु का नाम, अमृत के समान है। इसको पीने से शांति मिलती है और सारी प्यास बुझ जाती है। इसके बाद कीर्तन दीवान सजाया गया जिसमें ढाढी जत्था भाई दलजीत सिंह बिछोआ ने संगत को बताया कि आज के दिन दसवें गुरु श्री गोविंद सिंह जी ने अमृत पान छकाकर सिख तैयार किए।
भाई जसकरण सिंह नंगल, आनंदपुर साहिब ने “वाह वाह गोबिंद सिंह आपे गुरु चेला”, शबद गाकर संगत को निहाल किया। सारा दिन चाय नाश्ता व लंगर वरताया गया। कल सुबह आसा दी वार का पाठ किया जाएगा और सारा दिन कीर्तन दीवान सजाया जाएगा।
गुरुद्वारा नेहरू नगर पानी पेच में भाई गुरमीत सिंह ने “अमृत पीवो सदा चिर जीवों”, “इन ही की कृपा सजे हम है” इसी तरह गुरुद्वारा हीदा की मोरी मैं भाई गुरमीत सिंह हजूरी रागी ने शब्द गाकर संगत को निहाल किया। समाप्ति पर अतुट लंगर वरताया गया।