वास्तुशास्त्र के अनुसार क्रिस्टल-ट्री का उपयोग घर में सुख-समृद्धि, प्रतिष्ठा व शांति के लिए किया जाता है। रत्नों का पौधा सुनने में भी भले ही काल्पनिक लगे किन्तु वास्तविकता यही है कि चीनी पद्धति में इस पौधे का अधिक महत्व है। यह पौधा तरह-तरह के रत्नों और स्फटिकों का बना होता है। इसे घर में रखने से कभी भी घर में नकारात्मक ऊर्जा नहीं ठहरती है और हमेशा घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। क्रिस्टल-ट्री में कई वैरायटीज होती हैं।
नवरत्न पेड़ नवग्रहों की शांति, सुख तथा पारिवारिक शांति के लिए उपयोग किया जाता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार एमेथिस्ट का पेड़ दिमाग का संतुलन बनाए रखता है।
वास्तुशास्त्र के अनुसार रंग-बिरंगे रत्नों से सजे इस पौधे को यदि घर के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में रखा जाए तो निश्चित रूप से जीविका चलाने वाले व्यक्ति के सौभाग्य में वृद्धि होती है।
इसे घर में दक्षिण-पूर्व दिशा में भी रखा जा सकता है। इसे व्यवसायिक स्थल पर रखने से संपदा मिलती है। इसे बैठक में भी रखा जा सकता है। इसका एक ओर महत्वपूर्ण कार्य नकारात्मक ऊर्जा को दूर करना भी है।