जयपुर। राजधानी जयपुर में स्थित श्री कृष्ण-बलराम मंदिर में इन दिनों आस्था और उल्लास का अलग ही वातावरण देखने को मिल रहा है। सभी भक्त 8 जुलाई को होने वाली वार्षिक रथ यात्रा की तैयारियों में व्यस्त है। हरे कृष्ण मूवमेंट हर साल भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा का आयोजन करता है। जिसमे जयपुर के कोने कोने से लाखों भक्त सम्मिलित होते है और भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुबद्रा का आशीर्वाद लेते हैं।
इस रथयात्रा के मुख्य अतिथि बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी हरे कृष्ण मूवमेंट की भव्य रथयात्रा का शुभारम्भ जयपुर होटल (कलेक्ट्री सर्कल के पास) से करेंगे। इसके बाद खासा कोठी पुलिया, गवर्नमेंट हॉस्टल चौराहा (एमआई रोड), पांच बत्ती सर्किल से अजमेरी गेट फिर न्यू गेट से होते हुए अल्बर्ट हॉल म्यूजियम रोड की ओर से शिव सत्संग भवन पर समाप्त होगी।
भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुबद्रा हाइड्रोलिक रथ पर सवार होकर गुलाबी नगरी में भक्तों को आशीर्वाद देने के लिए निकलेंगे। रथ को बहुत ही सुन्दर फूलों और रंग बिरंगी रौशनी से सजाया गया है। रथ के साथ श्री गौर निताई आगे चलेंगे।
हजारों भक्तगण रथ को हाथों से खींचते हुए आगे बढ़ेंगे और करताल और मृदंग के साथ भगवान का गुणगान करते हुए नृत्य करेंगे। पूरी गुलाबी नगरी महा संकीर्तन की ध्वनि से गूँज उठेगी। यात्रा के दौरान भक्तों को प्रसाद और फल आदि का वितरण किया जाएगा।
मंदिर के अध्यक्ष अमितासन दास ने रथयात्रा के धार्मिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया की जो व्यक्ति भगवान जगन्नाथ को उनके रथ पर देख लेता है उसका फिर भौतिक जगत में दोबारा जन्म नहीं होता और जो भक्त भगवान के रथ को अपने हाथों से खींचते हैं उनके सारे पापों का नाश हो जाता है। उन्होंने सभी जयपुर वासियों से रथयात्रा में बड़ी से बड़ी संख्या में जुड़कर भगवान् जगन्नाथ का आशीर्वाद लेकर इसे सफल बनाने की अपील की।