जयपुर। जगतपुरा स्थित श्री श्री कृष्ण बलराम मंदिर के तत्वावधान में सोमवार को वार्षिक उत्सव का आयोजन हुआ। हरे कृष्ण मूवमेंट की तरफ से प्रतिवर्ष भी भांति इस साल भी भगवान जगन्नाथ रथयात्रा का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें जयपुर सहित हर कोने से लाखों की संख्या में भक्तगण शामिल हुए और रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ जी आशीर्वाद प्राप्त किया। महासंकीर्तन से गुलाबी नगरी भक्तिमय हो उठी।
मुख्य अतिथि सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा ने रथ में विराजमान भगवान का पूजन कर रथयात्रा को रवाना किया। कलेक्ट्रेट सर्किल से रवाना हुई रथयात्रा का भगवान इंद्रदेव ने बारिश के साथ स्वागत किया। रिमझिम बुहारों के बीच भक्तों ने उत्साह के साथ अपने हाथों से भगवान का रथ खींचा। रथ खींचने के लिए भक्तों में होड़ सी लगी रही।
रथयात्रा में शामिल लाखों भक्तगणों ने रथ पर सवार भगवान के दर्शन किए। भगवान के रथ को फूलों और रंग बिरंगी रोशनी से सजाया गया। रथ के आगे गौर निताई चल रहे थे। पीछे भक्तगण रथ को हाथों से खींचते हुए आगे बढ़ रहे थे। भक्तगण खड़ताल और मृदंग के साथ भगवान का गुणगान करते हुए नृत्य कर रहे थे।
इन मार्गो से होकर निकली रथयात्रा
शाम 6 बज हरे कृष्ण मूवमेंट की भव्य रथयात्रा का शुभारंभ जयपुर होटल कलेक्ट्री सर्किल के पास से किया। जिसके पश्चात रथयात्रा खासा कोठी पुलिया गवर्नमेंट हॉस्टल चौराहा,पांच बत्ती सर्किल से अजमेरी गेट होते हुए पून न्यू गेट से अल्बर्ट हॉल म्यूजियम रोड़ पहुंची। शाम 8 बजे भगवान जगन्नाथ जी रथयात्रा शिव सत्संग भवन पहुंची जहां पर अमितासन दास ने भगवान जगन्नाथ जी की आरती उतारी । आरती के बाद रथयात्रा का समापन हुआ।
यात्रा के दौरान प्रसाद और फल का हुआ वितरण
भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के दौरान रथयात्रा जहां-जहां से गुजरी वहां- वहां भक्त मंडली ने यात्रा के दौरान प्रसाद और फल आदि का वितरण किया। अमितासन दास ने रथयात्रा के दौरान बताया कि जो भी व्यक्ति भगवान जगन्नाथ जी महाराज के रथ को देख लेता है तो उसका फिर भौतिक जगत में दोबारा जन्म नहीं होता और जो भी भक्त भगवान के रथ को अपने हाथों से खींचता है उसके सारे पापों का नाश हो जाता है।