जयपुर। जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर के 2624 वें जन्म कल्याणक महोत्सव पर राजस्थान जैन सभा जयपुर के तत्वावधान में मुख्य आयोजन हुआ। सुबह रामलीला मैदान में उपाध्याय उर्जयंत सागर महाराज के सान्निध्य में तथा श्री क्षेत्र अरिहंत गिरी के भट्टारक प्रमेय सागर स्वामी निर्देशन में धर्म सभा हुई।
प्रेमय सागर महाराज ने कहा कि महावीर स्वामी का संदेश सिर्फ जैन धर्मावलंबियों के लिए नहीं अपितु सभी के लिए है। जैन और सनातन धर्म एक सिक्के दो पहलू है। राम से ऋषभदेव और म से महावीर दोनों एक जैसे नाम है। उन्होंने कहा कि जो हिंदुस्तान में रहता है वह हिंदुस्तानी कहलाएगा भले ही वह किसी भी धर्म को क्यों न मानता हो। पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
उपाध्याय उर्जयंत सागर महाराज ने भगवान महावीर की शिक्षाओं को पूरे विश्वभर में फैलाने का आह्वान किया। धर्म सभा में उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेम चन्द बैरवा, समाजश्रेष्ठी पदम चन्द, प्रेम लता, देवेन्द्र, शैलजा बोहरा ने झंडारोहण किया। वहीं प्रेम चन्द, विवेक, विकास, शौर्य जैन ने दीप प्रज्जवन किया।
समाजश्रेष्ठी शांति कुमार सोगानी, ममता सोगानी जापान के मुख्य आतिथ्य में आयोजित कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि समाजश्रेष्ठी विनोद तिजारिया और शशी तिजारिया थे। समाजश्रेष्ठी गजेन्द्र, प्रवीण, विकास बडजात्या सम्माननीय अतिथि के रूप में उपस्थित थे । धर्म सभा में महावीर जयंती स्मारिका के 60 वें अंक का यश कमल अजमेरा के निर्देशन में विमोचन किया गया। जयकारों के बीच जिनेन्द्र देव का कलशाभिषेक किया गया। सभा के अध्यक्ष सुभाष चन्द जैन, महामंत्री मनीष बैद,मुख्य समन्वयक अशोक जैन, समन्वयक मुकेश सोगानी, महावीर जयंती समारोह के मुख्य संयोजक विनोद जैन कोटखावदा सहित सभी पदाधिकारियों ने आयोजन की बागडोर संभाले रखी।
शोभायात्रा में पुष्प वर्षा से किया श्रद्धालुओं का स्वागत,कई गणमान्य लोग रहें उपस्थित
भगवान महावीर की जयंती के उपलक्ष्य में गुरुवार को वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप जैन, मंत्री यशकमल अजमेरा ने बताया कि इससे पूर्व सुबह मनिहारों का रास्ता स्थित महावीर पार्क से मुख्य समन्वयक भानू छाबड़ा एवं मुख्य संयोजक अनिल छाबड़ा के निर्देशन में रामलीला मैदान के लिए विशाल शोभा यात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में 24 से अधिक ज्ञान वर्धक तथा संदेशात्मक झांकियां शामिल थीं। इनमें भगवान महावीर के जीवन चरित्र को दर्शाया गया। कई सामाजिक दृश्यों को दर्शाते हुए भी झांकियां सजाई गई।
जिनेन्द्र देव स्वर्ण जडि़त रथ में विराजमान होकर शोभायात्रा में श्रद्धालुओं को दर्शन देते हुए चल रहे थे। संयुक्त मंत्री आर के जैन, कोषाध्यक्ष अमर चन्द दीवान ने बताया कि शोभायात्रा चौड़ा रास्ता, त्रिपोलिया बाजार, बड़ी चौपड, जौहरी बाजार, बापू बाजार, न्यू गेट होते हुए रामलीला मैदान पहुंचकर धर्म सभा में परिवर्तित हो गई। शोभायात्रा मार्ग पर 108 स्वागत द्वार बनाए गए। पूरे मार्ग को जैन ध्वज पताकाओं से सजाया गया था। जगह-जगह पुष्प वर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया गया। सांसद मंजू शर्मा, विधायक कालीचरण सराफ, पूर्व सांसद रामचरण बोहरा, महापौर कुसुम यादव सहित अनेक गणमान्य लोगों ने भी शोभायात्रा का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।