जयपुर। आर्किटेक्चरल एक्सपर्टीज और अत्याधुनिक तकनीक को एक साथ लाने वाला वन-स्टॉप प्लेटफॉर्म ‘मेड इंडिया’ ने दुनिया के अग्रणी दूरदर्शी आर्किटेक्ट्स में से एक, सोउ फुजीमोतो के साथ कोलैबोरेशन की घोषणा की है। सोउ फुजिमोतो विश्व एक्सपो ओसाका 2025 के मास्टर प्लानर और आर्किटेक्ट हैं। यह जापानी आर्टिटेक्ट की भारत में पहली प्रोफेशनल यात्रा है।
यह साझेदारी जयपुर और राजस्थान के वास्तुशिल्प परिदृश्य को उन्नत करने के लिए तैयार है। अपने अभिनव, प्रकृति-प्रेरित डिजाइनों के लिए विख्यात, फुजीमोतो का दृष्टिकोण आवासीय कॉलोनियों और ऊंची इमारतों को ऐसे आइकॉनिक लैंडमार्क में परिवर्तित कर सकता है, जो क्षेत्र के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संदर्भ के साथ सहजता से मिश्रित हो जाए।
उनका लक्ष्य साथ मिलकर ऐसे स्थानों का निर्माण करना है, जो न केवल दृष्टिगत रूप से अलग दिखें, बल्कि निवासियों के जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार करें, जिससे उन्हें इन कम्युनिटीज को अपना घर कहने में गर्व महसूस हो। यह कोलैबोरेशन राज्य में विश्व स्तरीय वास्तुकला लाने का एक अनूठा अवसर है, और मेड इंडिया इस क्षेत्र के लिए अभिनव डिजाइन का मार्ग प्रशस्त करने के लिए डेवलपर्स, लैंडओनर्स और होटल व्यवसायियों के साथ सक्रिय रूप से साझेदारी की तलाश कर रहा है।
इस अवसर पर सोउ फुजीमोतो ने कहा कि, “सोउ फुजीमोतो आर्किटेक्ट्स को मेड इंडिया के साथ कोलैबोरेशन की घोषणा करते हुए गर्व महसूस हो रहा है, जो भारत के सांस्कृतिक रूप से समृद्ध परिदृश्य में हमारा पहला प्रोजेक्ट है। हम इस वेंचर पर ऐसे उत्कृष्ट ऑर्गेनाइजेशन के साथ साझेदारी करने के लिए उत्साहित हैं। हमने जापान, चीन, यूरोप, यूएई, सऊदी अरब और यूएसए में अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं और कमीशन में सक्रिय रूप से भाग लिया है।
यह विविध अनुभव समकालीन संदर्भ में वास्तुकला के हमारे विकसित होती फिलॉसफी को आकार देता रहा है। हमारी प्रक्रिया सहयोगात्मक और प्रयोगात्मक दोनों है, जिसमें प्राचीन और अवांट-गार्डे तत्वों का सम्मिश्रण है। मेड इंडिया भारत में हमारा पहला अवसर है, हम भारत की विविध और समृद्ध संस्कृतियों और परिदृश्य से प्रेरणा लेते हुए, भारत की अद्भुत दुनिया और मानवता को और जानने के लिए उत्सुक हैं।”
मेड इंडिया के सह-संस्थापक, ध्रुव राज सिंह ने कहा, “विश्व स्तरीय आर्किटेक्ट्स द्वारा तैयार किए गए रेडी-टू-बिल्ड प्लान की पेशकश करके, हम पारंपरिक सेवाओं की लागत के एक अंश पर उच्च गुणवत्ता वाले डिजाइन को आम जनता तक पहुंचा रहे हैं। अब समय आ गया है कि बेहतरीन वास्तुकला को सभी के लिए सुलभ बनाया जाए।”
मेड इंडिया की सह-संस्थापक, ओलिवा सार्टोगो ने कहा, “मेड इंडिया में हमारा मिशन सिंपल है: आर्किटेक्चरल सेवाओं के अंतर को खत्म करना, विशेष रूप से वंचित क्षेत्रों में। हम समुदायों को भविष्य के लिए अधिक स्मार्ट, बेहतर और अधिक सस्टेनेबल स्पेस बनाने के लिए सशक्त बना रहे हैं।”
मेड इंडिया के निदेशक दीपक गहलोत ने कहा, “घर बनाना ज़्यादातर परिवारों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होता है और अक्सर यह उनके जीवनकाल में किए जाने वाले सबसे बड़े वित्तीय निवेशों में से एक होता है। एक घर में निश्चित रूप से स्थान का अच्छा उपयोग, कुशल ऊर्जा और सुरक्षा आदि होने चाहिए।
लेकिन एक अच्छी तरह से डिज़ाइन किया गया घर इससे भी बढ़कर है। यह पहचान, मूल्यों और आत्म-सम्मान के बारे में भी है। मेड इंडिया विश्व भर के सर्वश्रेष्ठ डिजाइनरों को एक साथ लाने और भारत में घर बनाने के तरीकों में बड़ा बदलाव लाने के लिए तैयार है।”
मेड इंडिया विश्व के सर्वश्रेष्ठ आर्किटेक्ट्स को जयपुर और राजस्थान में लाने का काम जारी रखे हुए है, जिसका लक्ष्य राजस्थान में रियल एस्टेट डेवलपर्स के साथ मिलकर ऐतिहासिक प्रोजेक्ट्स तैयार करना है। ‘घर डेवलपमेंट और घर कल्चर’ के अपने बिजनेस डिविजन के तहत, मेड इंडिया राजस्थान स्थित लैंड ओनर्स, कॉलोनियों की योजना बनाने वाले लोगों, डेवलपर्स और संग्रहालयों और सार्वजनिक स्थानों का निर्माण करने वाली संस्थाओं के साथ सहयोग विकसित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। इस वर्ष की शुरुआत में, उन्होंने अवॉर्ड विजेता अंतर्राष्ट्रीय आर्किटेक्चरल फर्म, चैप आर्किटेक्ट्स के साथ भी कोलैबोरेट किया था।