जयपुर। केसरिया वस्त्र धारण किए श्रावकों की लंबी कतार, हाथों में जल का कलश, आंखों में श्रद्धा और आस्था की झलक, मुंह से निकलते वीर प्रभु के जयकारे….। कुछ ऐसा ही दृश्य गोपालजी का रास्ता स्थित महावीर मंदिर में राजस्थान जैन सभा जयपुर के तत्वावधान में महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव के दौरान आयोजित महामस्तकाभिषेक महोत्सव में दिखाई दिया।
भगवान महावीर स्वामी के 2624 वें जन्म कल्याणक महोत्सव के उपलक्ष में भगवान महावीर की संवत 1148 की प्रतिष्ठित प्राचीन अतिशयकारी खडगासन प्रतिमा का महामस्तकाभिषेक किया गया। इस मौके पर जयपुर सहित आसपास के गांवों-कस्बों से आए श्रद्धालुओं ने भी अभिषेक किया। इस दौरान पूरा मंदिर कलशा डालो रे डालो रे डालो नर नारी…, महावीर की मूंगा वर्णी मूरत मनहारी…, नहवन करावो त्रिशला के लाल को… सहित अन्य जैन भजनों की स्वर लहरियों से गुंजायमान हो उठा।
कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान महावीर के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन से हुआ। प्रथम अभिषेक का पुण्यार्जन दर्शन बाकलीवाल एवं मुकेश सोगानी ने प्राप्त किया। महामस्तकाभिषेक के अंत में प्रदेश में सुख, समृद्धि, शांति एवं खुशहाली की कामना करते हुए भगवान की शातिधारा की गई। समाजश्रेष्ठी अशोक चांदवाड, विरेन्द्र टकसाली, गजेन्द्र पाटनी, डॉ पी सी जैन एवं विनय सोगानी ने शातिधारा का पुण्यार्जन किया। नेहा चांदवाड, आदि जैन, डॉ गौरव सोगानी, सुभाष बज ने भजनों की प्रस्तुति दी।
अतिथियों का किया सम्मान:
सभा के अध्यक्ष सुभाष चन्ंद जैन, महामंत्री मनीष बैद,महावीर जयंती समारोह के मुख्य समन्वयक अशोक जैन, कार्यक्रम के मुख्य संयोजक राकेश गोधा,आयोजन के मुख्य समन्वयक मुकेश सोगानी, मुख्य संयोजक राकेश गोधा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप जैन, उपाध्यक्ष विनोद जैन कोटखावदा, महामंत्री मनीष बैद, मंत्री यशकमल अजमेरा, संयुक्त मंत्री आर के जैन, कोषाध्यक्ष अमर दीवान सहित अन्य अतिथियों का सम्मान किया गया।