जयपुर। राजधानी जयपुर में मकर संक्रांति का त्योहार रविवार अलसुबह ही खुशियों का उल्लास लेकर आया। अल सुबह से शहर छतों पर आ डटा, चारों ओर वो काटा… का शोर सुनाई देने लगा। सूरज उगने के साथ ही आसमान सतरंगी होता नजर आया और दिनभर लोग छतों पर रहे। साथ ही चाय-नाश्ता और भोजन भी छतों पर ही हुआ। मौसम साफ होने सुबह से ही लोग परिवार सहित छतों पर नजर आए।
घर-घर में तिल के लड्डुओं की महक
संक्रांति पर तिल से बने व्यंजनों का दान किया जाता है, ऐसे में घर-घर में तिल के लड्डुओं की महक रही। लोगों ने एक दिन पहले ही बाजारों से भी तिल के लड्डू खरीदे। फीणी की भी जमकर बिक्री हुई।
बीस करोड़ से अधिक बिक गई पतंगें
इस बार मकर संक्रांति का त्योहार दो दिन होने से बाजार में पतंगों का करोड़ों का कारोबार हुआ। देर रात तक बाजार में पतंगें बिकी। परकोटे के हांडीपुरा, किशनपोल बाजार, हल्दियों का रास्ता, चांदपोल बाजार सहित बाहरी बाजारों में भी देर रात तक पतंगें बिकी। पतंग व्यापारियों की मानें तो बाजार में इस बार 20 करोड़ से अधिक की पतंगें व चरखी-मांझा बिका।
गोविंद देवजी मंदिर में सजी पतंगों की विशेष झांकी
मकर संक्रांति को लेकर आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में पतंगों की विशेष झांकी सजी। ठाकुरजी सोने की पतंग उड़ाई तो वहीं राधाजी और सखियां चांदी की चरखी थामे नजर आई। गर्भगृह और जगमोहन को पंतगों से सजाया गया है। वहीं ठाकुरजी के दर्शनों के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे।
गोविंददेवजी मंदिर प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि मकर संक्रांति पर्व दो दिन मनाया जा रहा है। मंदिर में सोमवार को भी ठाकुर जी के पतंगों की झांकी के दर्शन होंगे। दर्शनार्थियों को जल, पृथ्वी और बेटी बचाने का संदेश देते हुए की पतंग प्रसाद स्वरूप भेंट की जा रही है। गलता गेट स्थित गीता गायत्री मंदिर में तीन दिवसीय पतंगोत्सव मनाया जा रहा है। पंडित राजकुमार चतुर्वेदी ने बताया कि गणेश जी महाराज के मंदिर में रंग-बिरंगी पतंगों की झांकी सजाई गई।
पतंग के मध्य विराजमान हुए श्याम प्रभु
रामगंज बाजार के कांवटियों का खुर्रा स्थित श्री श्याम प्राचीन मंदिर में श्याम प्रभु पतंग में विराजमान नजर आए। मंदिर महंत पं. लोकेश मिश्रा ने बताया कि विशेष प्रकार की रंगीन पतंग बनाकर ठाकुरजी को पतंग के मध्य विराजमान किया गया। बड़ी संख्या में भक्तों ने विशेष झांकी के दर्शन किए। यह झांकी सोमवार तक सजी रहेगी।