जयपुर। कानोता थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पांच वर्षीय बच्चे अंकुश की गला घोट कर हत्या करने वाले आरोपित पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हैं। गिरफ्तार आरोपी परसादी लाल मीणा निवासी छारेडा जिला दौसा करने वाला है। पुलिस जानकारी के अनुसार आरोपी परसादी लाल मीणा मृतक अंकुश (5) के पिता आशीष का मामा है। हत्या के लिए आरोपित ने मंगलवार दोपहर को घर के बाहर खेल रहे अंकुश को टॉफी दिलाने के बहाने अगवा किया।
उसके बाद बाइक पर बैठाकर बल्लुपूरा के जंगलों में ले गया। यहां पर बालक का शर्ट उतार कर शर्ट से मुंह दबा कर उसे बेहोश कर दिया। उसके बाद गले में रस्सी का फंदा डाल कर पेड़ से लटका दिया। हत्या के बाद आरोपी घर आ गया। यहां आने के बाद उसने परिजनों को फोन कर अंकुश के अगवा होने की सूचना फैलाई। परिजनों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। आस-पास के लोगों से पूछताछ करने पर संदेह होने पर प्रसादी को पकड़ कर पूछताछ की तो उसने हत्या करना कबूल कर लिया।
थानाधिकारी उदय यादव ने बताया कि आरोपित प्रसादी अपने जीजा हीरा लाल के परिवार के साथ ही जामडोली में रहता था। भांजे आशीष और लक्ष्मीनारायण का अपनी पत्नीयों से आए दिन झगडा होता रहता था। आपसी पारिवारिक झगडे व गृह क्लेश के कारण ही दोनों भांजो की बहुएं पीहर चली गई थी। आरोपी चाहता था दोनों बहुएं वापस ससुराल आ जाए। दोनों को वापस लाने लिए उसने कई प्रयास किए।
जब वह वापस नहीं आई तो अंकुश की हत्या करने की योजना बनाई। आरोपी प्रसादी ने अंकुश के अपहरण कर हत्या करने तक तीन घंटे तक मोबाइल बंद रखा था। जब पुलिस ने मोबाइल की लोकेशन निकाली तो मोबाइल बंद मिला। दोनों भांजो की शादी करीब दस साल पहले हुई थी। भांजे आशीष और लक्ष्मीनारायण के दो-दो बच्चे है। अंकुश आशीष का छोटा बेटा था।