मुंबई। दादा साहब फाल्के फिल्म फाउंडेशन अवार्ड्स 2024 का भव्य आयोजन मुम्बई के मुकेश पटेल ऑडिटोरियम में किया गया जहां बॉलीवुड की कई हस्तियों को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया गया। लिजेंड्री अभिनेत्री पूनम ढिल्लों, राजश्री प्रोडक्शंस के निर्माता कमल कुमार बड़जात्या, प्रोडूसर – डायरेक्टर अनिल शर्मा, दीपक तिजोरी, रोहित राय, ग़दर 2 फेम मनीष वाधवा, साउथ ऎक्ट्रेस प्रियामणि, ऎक्टर दर्शन कुमार, सिमरत कौर, बिग बॉस फेम अर्चना गौतम, टीवी एक्टर करण मेहरा, राजपाल यादव, रॉनी रॉड्रिग्स, राकेश बेदी, नथ सीरियल फेम चाहत पांडेय, नागिन 6 के लीड ऎक्टर श्रेय मित्तल ,निर्माता नीतू जोशी , सैम भट्टाचार्जी ,जीतेन्द्र सिंह साबू , पद्मश्री अली गनी और कॉमेडियन वीआईपी सहित कई सेलेब्रिटीज़ इस सम्मान समारोह में उपस्थित रहे।
बता दें कि दादासाहेब फाल्के फिल्म फाउंडेशन के अध्यक्ष अशफाक खोपेकर हैं, बाबूभाई थीबा सीनियर वाइस प्रेसिडेंट हैं और अशोक शेखर वाइस प्रेसिडेंट हैं ,जो पिछले कई वर्षो से दादा साहेब फाल्के फिल्म फाउंडेशन अवॉर्ड का भव्य रूप से आयोजन करते आ रहे हैं।
सायरा बानो जी को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाज़ा गया। उनकी तबियत ख़राब होनेकी वजह से वो नहीं आ सकीं लेकिन वहां घोषणा की गई थी। अवार्ड उनको घर जाकर दिया जायेगा।
दादा साहब फाल्के फिल्म फाउंडेशन अवॉर्ड 2024 से फ़िल्म मेकर मुकेश मोदी, पेंटल, पितोबाश, रुषद राणा, बृजेन्द्र काला, नीतू जोशी, ऎक्टर रवि गोसाईं, गीतकार ए एम तुराज़, गायक शौर्या मेहता , उदित नारायण , अमन त्रिखा को भी सम्मानित किया गया। गायक शाहिद माल्या की बेटी ने उनके नाम की ट्रॉफी स्टेज पर ली।
दर्शन कुमार ने बताया कि इस तरह के अवार्ड से हम कलाकारों को गर्व महसूस होता है और जिम्मेदारी का एहसास भी होता है।
उल्लेखनीय है कि “दादासाहेब फाल्के फिल्म फाउंडेशन अवार्ड्स” भारतीय सिनेमा में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है जिससे हिंदी सिनेमा के कई वरिष्ठ कलाकारों को पहले सम्मानित किया गया है। 2015 से अपनी अध्यक्षता में अशफाक खोपेकर फ़िल्म इंडस्ट्री के तकनीशियन और जरूरतमंद कलाकारों को पेंशन और चिकित्सा सम्बन्धी हर संभव लाभ पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। उनका कहना है कि दादा साहेब फाल्के फिल्म फॉउंडेशन अवार्ड्स एकमात्र ऐसा पुरुस्कार है जो कलाकारों के साथ साथ परदे के पीछे के तकनीशियन को उनके बेहतरीन काम के लिए सम्मानित करता आया है।
(अनिल बेदाग)