जयपुर। खाड़ी देशों से भारत में सोने की अवैध तस्करी करने वाले कुख्यात तस्कर मुनियाद अली को पुलिस ने यूएई से गिरफ्तार कर लिया गया है। इंटरपोल की मदद से राष्ट्रीय जांच एजेंसी उसे यूएई भारत ले आई है। मुनियाद ने ही खाड़ी देशों से भारत तक गोल्ड तस्करी का अवैध नेटवर्क तैयार किया है। वह चार साल से फरार था।
अब मंगलवार को उसे एनआईए कोर्ट में पेश किया जाएगा। रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के बाद इनपुट मिला कि मुनियाद यूएई में है। यहां यूएई और आबूधाबी की टीमों की मदद से उसे पकड़कर भारत लाया गया। इसके बाद उसे एनआईए की टीम को सौंप दिया गया है।
अब तक की जांच में सामने आया था कि मुनियाद इंटरनेशनल गोल्ड तस्करी के नेटवर्क में शामिल है। मुनियाद ने अपने साथियों के साथ मिलकर रियाद, सऊदी अरब से भारत में सोने की अवैध तस्करी का प्लान और नेटवर्क तैयार किया था। आरोपी अपने साथियों के साथ मिलकर पहले भी रियाद से जयपुर में सोने की तस्करी करवा चुका है।
दिल्ली-कोलकाता में सख्ती बढ़ी तो जयपुर को बनाया सेंटर
मुनियाद ने खाड़ी देशों में काम करने वाले लोगों को अपने सिंडिकेट में शामिल कर रखा था। मुनियाद वहां काम करने वाले भारतीयों को कमीशन का लालच देता था। उसने खाड़ी देशों से जयपुर, दिल्ली और कोलकाता तक नेटवर्क बनाया। पिछले कुछ सालों में जब इसे लगा कि दिल्ली और कोलकाता के एयरपोर्ट पर सख्ती बढ़ गई तो इसने जयपुर एयरपोर्ट को सेंटर बनाया। खाड़ी देशों से सोना लेकर आने वालों को केवल ये निर्देश दिए जाते थे कि उन्हें ये गोल्ड केवल एयरपोर्ट के बाहर तक पहुंचाना है।
दरअसल एनआईए ने जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 3 जुलाई 2020 को तस्करी कर लाए गए सोने को जब्त करके सितंबर 2020 में केस दर्ज किया था। उस वक्त पकड़े गए एक गोल्ड तस्कर ने पूछताछ में मुनियाद के बारे में जानकारी दी थी। मार्च 2021 को रेड कॉर्नर नोटिस के लिए एनआई की विशेष कोर्ट में आरोप पत्र पेश किया गया था। एनआईए की अपील पर सीबीआई ने मुनियाद के खिलाफ 13 सितंबर 2021 को इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाया था। मुनियाद की तलाश के लिए इसे दुनिया भर की सभी कानूनी एजेंसियों को भेजा गया था।