जयपुर। समाज श्री सीताराम जी की ओर से मनाए जा रहे 46 दिवसीय मीजमानी महोत्सव के तहत बुधवार को छोटी चौपड़ स्थित मंदिर श्री सीताराम जी में ठाकुरजी को छप्पन भोग जिमाया। मंदिर महंत नंदकिशोर शर्मा ने राम-सीता को गोटा आरी की नई पोशाक पहनाकर सोना का सेहरा और किलगी धारण कराई। सुंदर आभूषणों से श्रृंगार किया गया। ठाकुरजी को मोतियों के महल में विराजमान किया गया। पूरे मंदिर परिसर को फूलों से सजाया गया।
समाज की सखियों ने 84 तरह व्यंजन बनाकर ठाकुरजी को भोग लगाया। इसमें लड्डू, बर्फी, रसगुल्ला, मोहन भोग, बादाम का हलवा, रस मलाई, घेवर, फीणी, मोटा दाना, काजू बादाम की कतली, गुलाब जामुन, खीर, पूड़ी, पुआ पकोड़ी, गोभी, मूली, पालक की सब्जी, कई तरह की चटनी, अचार, मुरब्बा शामिल है।
समाज के अध्यक्ष नवल-किशोर झालानी ने बताया कि समाज श्री सीताराम जी के रामगोपाल बूसर, रामशरण हल्दिया, अवधेश पोद्दार, नारायण अग्रवाल, रामबाबू पाटोदिया, महेश भगत, साक्षी गोपाल, सतीश शर्मा, राजाबाबू पाटोदिया, ओमप्रकाश कानूनगो , गिरधारी, सीताराम, रमेश बाइजीवाल, प्रदीप सेठी, मनीष भुखमारिया ने बना जी थाकी चितवन छै चितचोर, बैठी झरोखों माही झांके छे थाकी ओर…, सियावर जी का लाड़ लडावै जी गांवा नौरग गाली…, जीमो जी रंगीला रघुनाथ सासरे मिजमानी…, अदा हमको भाती है प्यारे तुम्हारी…., हो प्राणों से प्यारे अवध बिहारी …,सिया संग जीमो जी राजकुमार श्री मुख चंद्र निहार…, जीमो जीमो जी रघुनाथ सासरे मिजमानी के पदों का गायन किया। कृष्णा अग्रवाल, राजकुमारी, मुन्नी देवी, उर्मिला झालाणी, सरोज भुखमारिया, सुनिता अग्रवाल, सुशीला शर्मा एवं अन्य महिलाओं ने सखियों के रूप में नाच गाकर ठाकुरजी को रिझाया। समाज के मंत्री रामबाबू झालानी ने बताया कि 9 जनवरी को सीताराम जी मंदिर में से सुबह 11 बजे से सिद्धा जी के महलों में होली महोत्सव मनाया जाएगा।