जयपुर। मन्दिर श्री सीताराम जी छोटी चोपड पर समाज श्री सीताराम जी द्वारा मिजमानी महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया । समाज के सदस्य श्री पंकज नाटाणी एवं नाटाणी परिवार द्वारा चारों भाइयों के फेर कराये। सुबह महारानी सुनैना जी ने राम जी को कंवर कलेवा के लिए कोहवर में बुलवाया। जब चोरौ भाई द्वार पर आये तो सखियों ने अन्दर नहीं जाने दिया और कहा द्वार की छेकाई नेग लूंगी मनभाई हां तब जाने दूंगी कोहवर सदन सुहाई कीजे मेरे भैया से निज बहिनी की सगाई हां तब जाने दूंगी ।
समाज श्री सीताराम जी की सखीयौ ने मिथिला के भाव सीता जी को अपनी बहन के नाते रामजी को जीजा जी मानती है ।सखियों ने अपने अपने घर से अपने हाथ से बनाये हुए पकवान जिसमें हर तरह कि मिठाई कई तरह कि नमकीन कई तरह के साग सब्जी पुड़ी पापड़ अपने घर से बनाकर लाई है। और चारों पहुना को ससुराल कि सरहज के नाते खिलाकर ससुराल की गालियां सुनकर रिझाती है ।
सखियों ने पद गाया
बनो माने प्यारो लागे ये हे माये दशरथ राजकुमार बनो म्हाने प्यारो लागे ये
बनासा ऊबा रीज्योजी मै छू मिथिला की नायन चरण म्हाने धोबा दीज्यो जी बना
दूलह दुलही नवल मन हरिया
जुहा खेल रहे रघुराई संग जनक राय जी की जाई
कंवर कलेवा के बाद राम जी और सीता जी को महल में विराजमान करके चादी का कटोरा में पानी हल्दी कोडी सात सुपारी भरकर जुहा जूही खीलाया देवी देवता का पूजन किया ।
सखियों ने कहा
जीमो जीमो जी रघुनाथ सासरे मिजमानी
सिया जी का लाड लडवा जी नौरंग गाली गांवा
छयलवा को दैहौ चुनि चुनि गारी
संस्था के रामशरण जी हल्दिया अवधेश कुमार पोद्दार गिरधारी सीताराम जी ने ठाकुर को पद गाकर सुनाया ।
समाज के मंत्री रामबाबू झालानी ने बताया कि अब मिजमानी महोत्सव घर घर जाकर 15 जनवरी तक मनाया जाएगा।