जयपुर। वैस्कुलर सोसाइटी ऑफ इंडिया की 31 वी एनुअल कॉन्फ्रेंस का विधिवत उद्घाटन शुक्रवार को सीतापुरा स्थित एक होटल में हुआ। वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ वैस्कुलर सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान मे आयोजित इस तीन दिवसीय कांफ्रेंस के दूसरे दिन देश दुनिया से आए वक्ताओं ने धमनियों की समस्याओं के निवारण से जुडे विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार रखे।
वैस्कुलर सोसायटी ऑफ इंडिया (वीएसआई) के प्रेसीडेंट डॉ. पीसी गुप्ता ने बताया कि वीएसआई की स्थापना 1994 में चेन्नई में हुई थी। आज इसके 700 से अधिक सदस्य हैं एवं इसका मुख्य उद्देश्य एम्पुटेशन फ्री इंडिया की स्थापना करना है। कांफ्रेंस के ऑर्गेनाइजिंग चेयरमेन डॉ. वी. बालाजी ने बताया कि कांफ्रेंस में 500 से अधिक डेलीगेट देशभर से आए हैं।
वहीं देश के बाहर से भी 50 लोग कांफ्रेंस में आए। उन्होंने बताया कि इस दौरान देश-दुनिया के एक्सपर्ट्स ने आर्टरी, आयोटिक समेत धमनियों की बीमारियों के ठीक होने की जानकारी दी एवं इस बीमारी से बचाव को लेकर अवेयरनेस फैलाई। कॉन्फ्रेंस के संयोजक एंडो वैस्कुलर सर्जन डॉ आदर्श काबरा ने बताया कि एंप्यूटेशन फ्री वर्ल्ड का संदेश देने के लिए दुनियाभर से चिकित्सक उपस्थित हुए हैं। आयोजन में आर्गेनाइजिंग सैक्रेट्री गोविन्द दुबे, आशीष लड्ढा समेत अन्य वक्ताओं ने विभिन्न सत्रों में संबोधित किया एवं धमनियों के इलाज में हो रहे नवाचारों से अवगत करवाया।