जयपुर। स्पोर्ट्स इंजरी, ज्वाइंट पेन, नर्व पेन जैसी मस्कुलोस्केलेटल समस्याओं के निदान के लिए बिना सर्जरी एडवांस टेक्नोलॉजी व विकल्पों पर प्रकाश डालने और जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से आयोजित मस्कुलोस्केलेटल सोसाइटी कॉन्फ्रेंस के 12वें संस्करण का रविवार को समापन हुआ। कॉन्फ्रेंस में 21 देशों के 750 से अधिक डेलीगेट्स ने हिस्सा लिया। कॉन्फ्रेंस में वर्कशॉप, लाइव डेमोंस्ट्रेशन, टॉक सेशन, क्वीज, पैनल डिस्कशन के माध्यम से रेडियोलॉजिस्ट्स को मस्कुलोस्केलेटल ट्रीटमेंट की एडवांस ट्रेनिंग दी गयी।
रविवार को विभिन्न मेडिकल केसेज पर मस्कुलोस्केलेटल इंटरवेंशन प्रोसिजर को लेकर एक्सपर्ट्स ने प्रेजेंटेशन दी। आर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ. गौरव कांत शर्मा ने अपनी प्रेजेंटेशन में नर्व इंटरवेंशन पर प्रकाश डाला। उन्होंने डॉक्टर्स को इंटवेंशन के लिए कुछ टिप्स दिए जैसे कि इंटरवेंशन से पहले डाइग्नोसिस को लेकर शत प्रतिशत आश्वस्त हो, इंटरवेंशन टारगेट की एनाटॉमी का ध्यान रखें, शॉर्ट एक्सिस और लॉन्ग एक्सिस हाईड्रोडिससेक्शन करने चाहिए क्योंकि कई सिटिंग में काम होता है, इंटरवेंशन से पूर्व फिजिशीयन से डिसक्सस अवश्य करें आदि।
जल्द शुरू होगा आउटरीच प्रोग्राम
डॉ. गौरव कांत शर्मा ने बताया कि भारत में पहली बार इस लेवल की मस्कुलोस्केलेटल सोसाइटी कॉन्फ्रेंस जयपुर में हुई यह खुशी की बात है। डॉक्टर्स ने यहां जो कुछ भी सीखा है उसके जरिए वे करोड़ों मरीजों का इलाज करेंगे। सोसाइटी जल्द अपना आउटरीच प्रोग्राम शुरू करेगी। 13वीं मस्कुलोस्केलेटल सोसाइटी कॉन्फ्रेंस का आयोजन कोयंबटूर में किया जाएगा।