जयपुर। मस्कुलोस्केलेटल सोसाइटी कॉन्फ्रेंस के 12वें संस्करण की शुक्रवार को शुरुआत हुई। तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर (आरआईसी) में किया जा रहा है। स्पोर्ट्स इंजरी, ज्वाइंट पेन, नर्व पेन जैसी मस्कुलोस्केलेटल समस्याओं के निदान के लिए बिना सर्जरी एडवांस टेक्नोलॉजी व विकल्पों पर प्रकाश डालने और जागरूकता फैलाने के उद्देश्य ये यह आयोजन किया जा रहा है। यह अपनी तरह का देश का सबसे बड़ा सम्मेलन है, जिसमें भारत, अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और अन्य 21 देशों के 750 से अधिक मस्कुलोस्केलेटल इंटरवेंशनल विशेषज्ञ डॉक्टर शामिल हो रहे हैं।
ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी एवं डायरेक्टर, जयपुर इंस्टीट्यूट ऑफ पेन एंड स्पोर्ट्स इन्जुरीज़ के अध्यक्ष डॉ. गौरव कान्त शर्मा ने बताया कि पहले दिन चार मुख्य वर्कशॉप का आयोजन किया गया। एसएमएस हॉस्पिटल में केडेवर पर इमेज-गाइडेड मस्कुलोस्केलेटल इंटरवेंशन वर्कशॉप हुई, इसमें लगभग 80 डॉक्टर्स ने कैडेवर पर स्पोर्ट्स इंजरीज़ और ज्वाइंट पेन के निदान के लिए प्रैक्टिस की।
आरआईसी में हुई तीन वर्कशॉप में स्पोर्ट्स इंजरीज़, ज्वाइंट्स पेन, नर्व पेन, बैक पेन और सभी ज्वाइंट्स संबंधित बीमारी के सोनोग्राफी (मस्कुलोस्केलेटल अल्ट्रासाउंड) की मदद से डाइग्नोसिस की वर्कशॉप हुई। इसी के साथ मस्कुलोस्केलेटल एमआरआई से ज्वाइंट्स की बीमारियों को डाइग्नोस करने के लिए बेसिक और एडवांस लेवल वर्कशॉप हुई। इसी के साथ लाइव डेमोंस्ट्रेशन भी दिया गया।
आयोजन के चेयरमैन डॉ. एम. पी. गोयल ने बताया कि यहां ज्वाइंट्स संबंधी जिन स्वास्थ्य समस्याओं के निदान के लिए सोनोग्राफी और एमआरआई पर चर्चा की गयी है वे ऐसे प्रोसेस है जिनके विषय में लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं है। अल्ट्रासाउंड वर्कशॉप में ज्वाइंट, एल्बो ज्वाइंट, व्रिस्ट एंड हैंड, नी, एंकल एंड फुट अल्ट्रासाउंड, बेसिक एमआरआई में नी ज्वाइंट, शोल्डर ज्वाइंट, एंकल ज्वाइंट, व्रिस्ट, स्पाइन व एडवांस एमआरआई में फिंगर एंड थम, फुट एंड टोईस और क्लिनिकल इमेजिंग ऑफ कार्टिलेज आदि डाइग्नोसिस प्रोसिजर बताए गए। ऐसे आयोजन से जागरूकता प्रसारित होगी जिससे मरीजों को आराम के लिए सस्ता, सरल और सुलभ विकल्प मिलेगा। डॉक्टर भी आपस में वर्कशॉप, टॉक सेशन, लाइव डेमो से नए प्रोसेस और तकनीक साझा करेंगे।
इससे पहले 15 अगस्त को कॉन्फ्रेंस में भाग लेने वाले सभी नेशनल इंटरनेशल फैकल्टी के लिए स्पोर्ट्स मीट का आयोजन किया गया। इसमें क्रिकेट, बैडमिंटन आदि खेल प्रतियोगिता आयोजित की गयी। स्पोर्ट्स एक्टीविटी के जरिए स्वस्थ रहने का संदेश दिया गया।